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मेथी के लड्डू जो रखे आपको स्वस्थ और बीमारियों से दूर

आवश्यक सामग्री मेथी दाना - 100 ग्राम , गेंहू का मोटा आटा - 350 ग्राम , देसी घी - 250 ग्राम , गोंद - 100 ग्राम नारियल गोला - 1 , धनिया मिंजी - 50 ग्राम , दूध - 2 कप बादाम - 100 ग्राम , सोंठ - 20 ग्राम , काली मिर्च - 20 ग्राम पीपलामूल - 10 ग्राम , दालचीनी - 5 ग्राम , पीपल - 5 - 6 खरबूजा मीजी - 20 ग्राम बूरा - 200 ग्राम , गुड़ - 200 ग्राम. बनाने की विधि 1. मेथी दाना दरदरा पीस कर आधा कप घी और दो कप दूध के मिश्रण में 6 घंटे भिगो दें , फिर इसे मसल कर खुली कर लें । 2. सोंठ , पीपलामूल , पीपल व दालचीनी बारीक पीस लें , बादाम काट लें , नारियल कददूकस कर लें । 3. एक कढ़ाई में घी गर्म करके धीमी आँच पर कालीमिर्च और गोंद तल कर निकाल लें और पीस लें । 4. घी में गेहूं का आटा धीमी आँच पर हिलाते हुए सेक लें । सुनहरा भुन जाने पर तैयार मेथी इसमें डाल कर 4 - 5 मिनट सेक लें । 5. गुड़ की नर्म चाशनी बना कर इसमें मिला दें । इसके बाद बाकी सभी चीजें इसमें डाल कर अच्छे से मिक्स करदें । 6. थोड़ा ठंडा होने पर हाथ पर घी लगा कर लडडू बना लें ।

क्या आपको शीघ्र पतन की बीमारी है? ऐसे होगी दूर । बहुत आसान तरीका

आज के वर्तमान समय में बहुत से पुरुष ऐसे हैं जिन्हे संबंध के दौरान जल्दी वीर्य गिरने की समस्या होती हैं। इससे पुरुषों का शरीर अस्वस्थ हो जाता हैं और पुरुष अपने पार्टनर को पूरी खुशी नहीं दे पाते हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे एक ऐसे औषधि के बारे में जो जल्दी वीर्य गिरने को रोक देगा। साथ ही साथ इससे शरीर की स्टेमिना भी बनी रहेगी। तो आइये इसके बारे में जानते हैं। धनिया : आयुर्वेदिक विज्ञान के अनुसार धनिया पेल्विक एरिया में ब्लड के फ्लो को बढ़ा कर यौन उत्तेजना लाने का काम करता हैं। इससे जल्दी वीर्य गिरने की समस्या दूर हो जाती हैं। साथ ही साथ इससे पुरुष लंबे समय तक संबंध बनाने में सफल रहते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टरों की मानें तो धनिया में जिंक, मेग्नेशियम, विटामिन ई और फोलिक एसिड की मात्रा अधिक होती हैं। जिससे पुरुषों की प्रजनन शक्ति बढ़ जाती हैं। साथ ही साथ उनके शरीर में टेस्टेस्टेरोन हार्मोन का निर्माण तेजी के साथ होता हैं। जिससे पुरुषों को स्पर्म काउंट और नपुंसकता की समस्या भी दूर हो जाती हैं। इससे बांझपन की समस्या भी खत्म होती हैं। शुक्राणुओं की कमी भी दूर हो जाती हैं। इसलिए पुरुष

कहीं आपको ब्लड कैंसर तो नही। ऐसे पहचानें

श्वेतरक्तता या ल्यूकीमिया (leukemia) रक्त या अस्थि मज्जा का कर्कट रोग है। इसकी विशेषता रक्त कोशिकाओं, सामान्य रूप से श्वेत रक्त कोशिकाओं (श्वेत कोशिकाओं), का असामान्य बहुजनन (प्रजनन द्वारा उत्पादन) है। श्वेतरक्तता एक व्यापक शब्द है जिसमें रोगों की एक विस्तृत श्रेणी शामिल है। अन्य रूप में, यह रुधिरविज्ञान संबंधी अर्बुद के नाम से ज्ञात रोगों के समूह का भी एक व्यापक हिस्सा है। भागदौड़ भरी जिंदगी, बदलते लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें से एक है ब्लड कैंसर यानि ल्यूकीमिया। ब्लड कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। ब्लड कैंसर रोगी के रक्त, अस्थि मज्जा और लसीका प्रणाली में होता है। ब्लड कैंसर की जल्द पहचान के लिए जरूरी है कि इसके लक्षणों को पहचाना जाए और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क कर इलाज शुरू किया जाए। आइए जानें ब्लड कैंसर को पहचानने के लिए कुछ खास लक्षणों के बारे में। अगर आपके मुंह, नाक से या शौच के दौरान खून निकल रहा है तो इसे सामान्य समस्या समझकर अनदेखा न करें बल्कि जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच कर

जमीन पर बैठ के खाना खाने के अनोखे फायदे

जमीन पर बैठकर खाना खाने की परंपरा हमारे समाज में बहुत पुरानी है। क्योंकि इसके एक नहीं कई स्वास्थ्य लाभ हैं। फर्श पर बैठने के लिए पैर को जिस तरह मोड़ कर रखा जाता है, वो एक आसन की मुद्रा होती है। फर्श पर बैठकर खाना खाने के फायदे पूरी तरह मिलते है। इससे हमारी पाचन क्रिया बेहतरीन बनी रहती है। जमीन पर बैठकर खाना खाने के फायदे: भोजन करने के लिए अगर हम फर्श पर बैठते हैं तो वो एक आसन की मुद्रा होती है जो हमारे मन को शांत बनाए रखने में मदद करती है। इससे हमारे रीड की हड्डी को काफी आराम पहुंचता है।  जब आप भोजन करने के लिए फर्श पर आसन मुद्रा में बैठते हैं, तो पाचन की नेचुरल अवस्था में रहते हैं। इस कारण पाचक रस सही तरीके से अपना कार्य करते हैं। फर्श पर बैठकर आसन मुद्रा में खाना खाने से शरीर को मजबूती मिलती है, पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियां, पेट और पेल्विस की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होता रहता है। एक साथ खाना खाने से परिवार के सदस्यों में प्यार बढ़ता है। इस मुद्रा में बैठने से शरीर आराम की अवस्था में होता है। जिससे भोजन का स्वाद दोगुना हो जाता है। आसन मुद्रा में बैठकर भोजन करने से शरीर का प

कम उम्र में सेक्स करने से क्या होता है जाने ?

कम उम्र में शारीरिक संबंध बनाने से क्या होता है जानकर हैरान हो जाओगे ! हर एक चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते है . ठीक ऐसे ही शारीरिक संबंध बनाना सेहत के लिए अच्छा भी होता है और बुरा भी होता है लेकिन अगर शारीरिक संबंध को कम उम्र में ही बना लिया जाये तो इसके काफी नुकसान होते है और छोटी उम्र में लोगो को इसके बारे में अधिक जानकारी भी नही होती है . इसलिए इससे उनके शरीर को क्या नुकसान होने जा रहा होता है . इसकी उन्हें भनक भी नही होती । चाहे लड़का हो या लड़की अगर कोई कम उम्र में शारीरिक संबंध बना लेता है तो इसका सबसे बुरा असर उसके शरीर के विकास पर पड़ता है और कम उम्र में ही शारीरिक संबंध बनाने से शरीर का विकास रुक जाता है और फिर कई सारी दवाइयों का सेवन करने के बाद भी शरीर का विकास नहीं हो पाता है, इसीलिए कभी भी कम उम्र में शारीरिक संबंध न बनाये। कम उम्र में शारीरिक संबंध बनाने का सबसे बड़ा खतरा गर्भावस्था का होता है क्यूंकि अगर कोई लड़की कम उम्र में शारीरिक संबंध बनाने की वजह से गर्भावस्था का शिकार हो जाती है तो उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई सारे लोगो को कम उम्र म

होठो पर किश करने का क्या मतलब होता है जान लो आप भी

होंठो पर किस करने का मतलब दरसअल जब हम किसी औरत या फिर लड़की के होंठो को किस करते है। तो हमारे द्वारा किये गए किस से 8 करोण वैक्टीरिया उत्पन्न होते है। जो हमे कई हजार कैलोरी ऊर्जा प्रदान करते है। इनमे से कुछ वैक्टीरिया हानिकारक भी होते है जो हमे नुकसान पहुचते रहते है। जब किसी पुरुष का किसी महिला को किया गया होठो पर चुम्बन पहला होता है। तो इसकी अनुभुत बड़ी ही मधुर होती है। जो पूरे शरीर मे एक आकर्षक ऊर्जा प्रदान करती है। होठो पर किस करने का प्रचलन दरसअल हमारी भारतीय परंपरा में होंठो के किस का प्रचलन नही किया गया है। होंठो के किस का प्रचलन एक वेस्टर्न कल्चर है। जो आजकल हर देश मे छाया हुआ है। आपको बतादे की ब्राजील के मेहिनाकू जनजातीय समुदाय के लोगो में 'किस' करने को अपराध माना जाता है। होठो के किस पर अभी अध्ययन चल रहा है क्योंकि इसकी स्पस्टीकरण अभी पूरी तरह से नही की गई है।

मेहनत करने से पहले शरीर को गर्म करना क्यो है जरूरी जाने आप भी ।

हर वर्कआउट सेशन से पहले वार्म-अप करना जरुरी होता है। चाहे आप कोई भी वर्कआउट कर रहे हो जैसे कार्डियों, स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग, योगा या कोई और आपको इन्हें शुरु करने से पहले वार्म-अप जरुर करना चाहिए। वार्म-अप ना केवल वर्कआउट करने के लिए आपकी मसल्स को तैयार करता है बल्कि आपको बेहतर रुप से एक्सरसाइज करने में मदद करता है। वार्म-अप करने से आपका शरीर हैवी वर्कआउट करने में समर्थ होता है। अगर आप कोई इंटेन्स वर्कआउट करने वाले हैं तो कोशिश करें कि आप ज्यादा समय के लिए वार्म-अप करें। हालांकि मोडरेट वर्कआउट करने से पहले आप वार्म-अप के लिए कम समय दे सकते हैं। आइए जानते हैं कि एक्सरसाइज से पहले वार्म-अप करना क्यों जरुरी है। मसल्स तक रक्त संचार को बढ़ाता है वर्कआउट करने से पहले अगर आप वार्म-अप करते हैं तो आपकी मसल्स तक पर्याप्त मात्रा में रक्त का प्रवाह होता है जिससे आपकी मसल्स वर्कआउट के दौरान होने वाले वर्कलोड को बेहतर झेल पाती है और आप प्रभावी तरीके से वर्कआउट कर पाते हैं। दिल की सुरक्षा करता है अगर आप बिना वार्म-अप किए वर्कआउट करते हैं तो इससे आपके दिल पर काफी तनाव पड़ता है साथ ही आपका ब्लड प्रेश

गर्भबती महिलाये ये ना करे भूल से भी । नही तो होते है ये नुकसान

प्रेग्नेंसी टाइम में न सिर्फ महिलाही बल्कि उसके घरवाले भी उसके खानपान से लेकर रहन सहन और उसके आराम तक हर चीज का ध्यान रखते हैं। प्रेग्नेंसी के नौ माह के दौरान खानपान से लेकर एक्सरसाइज और उठने-बैठने के तौर-तरीकों में भी खास सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इसी तरह के प्रेग्नेंसी दौरान मेकअप और ब्यूटी प्रोडक्ट्स से भी दूर रहना चाहिए। क्योंकि ये चीजे आपकी स्किन से अंदर जाकर आपके अजन्मे शिशु को हानि पहुंचा सकता है। आइये जानते है उन सौंदर्य प्रसाधन बारे में जिनका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए… हेयर रिमूविंग क्रीम बनाने में कुछ मात्रा में थियोजिकॉलिक एसिड का इस्तेमाल होता है। इससे त्वचा पर एलर्जी हो सकती है और यह भ्रूण को भी नुकसान पहुंचा सकती है। प्रेग्नेंसी के समय किसी भी फेयरनेस क्रीम का प्रयोग आपके लिए खतरनाक है। क्योंकि इसमें हाइड्रोक्यूनोन नाम का एक रसायन मिलाया जाता है जो जन्म से पहले ही बेबी के ऊपर गलत असर डाल सकता है। पिंपल्स हटाने के लिए एक्ने क्रीम का इस्तेमाल ना करें। एक्ने क्रीम में सैलिसिलिक एसिड का प्रयोग होता है। जिसे लगाने से जन्म के बाद बच्चे में स्वास्थ्य समस्याएं दे

जब लड़कियां अकेले में देखती है गंदी फ़िल्म तब क्या होता है जाने आप भी

देश में तेजी से बढ़ते इंटरनेट का दुरूपयोग किया जाने वाला काम एक्स वीडियो देखने में किया जाता है आज हम लड़को के अलावा लड़किया भी एक्स वीडियो देखती है तो क्या नुकसान होता है ये बताएँगे। दोस्तों जब से हमारे देश में 4G की उपलब्धता ज्यादा हुई तब से इसका उपयोग गलत कार्यो में किया जाने लगा है। आज बढ़ते इंटरनेट में आजकल लड़किया भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है आज लड़किया भी इंटरनेट में लड़को की तरह एक्स वीडियो देखने में ज्यादा भाग ले रही है तो आज हम आपको बताते है की जब लड़किया देखती है एक्स वीडियो तो क्या होता है। याद्दाश्त कमजोर होना दोस्तों जब लड़किया एक्स वीडियो ज्यादा देखती है तो इनका दिमाग में गलत हलचल पैदा होती है जिसकी वजह से दिमाग के नस सिकुड़ने लगती है जिससे याद्दाश्त कमजोर हो जाती है। जैसा को तैसा करना जब लड़किया एक्स वीडियो देखती है तो उनको भी उसी वीडियो की तरह करने का मन करता है यहा तक की वो काम वीना करे बिना नही रह सकती है। जिसके वजह से अपराध का जन्म होता है जो आगे बड़ा खतरनाक रूप ले लेता है। दुसरो को साथ लाना एक शोध में पता चला है कि लड़किया जब एक्स वीडियो देखती ह

कचनार का फूल अनेक रोगों का इलाज

कचनार का फूल। कचनार का पेड़ जो कई रोगों को जड़ से खत्‍म करने की क्षमता रखता है। इस पेड़ की पत्तियां, तना व फूल आदि सभी उपयोगी हैं। यह कई रोगों के लिए भी बहुत लाभकारी है। बवासीर की समस्या कचनार की एक चम्मच छाल को एक कप छांछ के साथ दिन में 3 बार सेवन करने से बवासीर में खून गिरना बंद होता है। कचनार की कलियों के पाउडर को मक्खन और शक्कर मिलकर 11 दिन खाएं। सूजन की समस्या कचनार की जड़ को पानी में घिसकर लेप बना लें और इसे गर्म कर लें। इसके गर्म-गर्म लेप को सूजन पर लगाने से आराम मिलता है। गाठ की समस्या मुंह में छाले का होना कचनार की छाल का काढ़ा बनाकर उसमें थोड़ा-सा कत्था मिलाकर छालों पर लगाने से आराम मिलता है शहद के साथ कचनार की छाल का काढ़ा 2 चम्मच की मात्रा में दिन में 3 बार सेवन करने से खांसी और दमा में आराम मिलता है। दांतों के रोग के लिए कचनार की छाल को पानी में उबाल लें और उस उबले पानी को छानकर एक शीशी में बंद करके रख लें। यह पानी 50-50 मिलीलीटर की मात्रा में गर्म करके रोजाना 3 बार कुल्ला करें। इससे दांतों का हिलना, दर्द, खून निकलना, मसूढों की सूजन और पायरिया खत्म हो जात

हमारी सेहत पर हस्त मैथुन का असर क्या होता है जानें आप भी

शरीरसंबंध या हस्थमैथुन हमारे शरीर पर कोई गलत प्रभाव डालता भी है या यह सिर्फ एक झूटी बात है। आइये जानते है विस्तार से, टेस्टोस्टेरोन एक मेन हार्मोन है जिसे पावर एग्रेशन एंड सेक्सुअल डिजायर प्रोड्यूस होती है। शरीरसंबंध या हस्थमैथुन से हुए स्खलन से शरीर में कुछ देर के लिए कमजोरी भी महसूस होती है। प्रशिक्षक या हेल्थ ट्रेनर्स बॉडी बिल्डर या एथलेटिक्स को हार्ड वर्क करने से पहले शरीर संबंध या हस्थमैथुन करने से मना करते हैं। विज्ञान के मुताबिक टेस्टेस्टेरॉन लेवल शारीरिक सम्बन्ध या हस्थमैथुन के बाद बढ़ जाता है और तीन महीने तक शारीरिक सम्बन्ध या हस्थमैथुन ना करने पर टेस्टोस्टेरोन का लेवल एक बच्चे के लेवल तक भी गिर सकता है। रिसर्च के मुताबिक एक समय किए गए शरीर संबंध या हस्थमैथुन का शक्ति, क्षमता,सहनशीलता पर कोई भी प्रभाव नहीं देखा गया स्खलन के साथ हैप्पी हारमोंस रिलीज होते हैं और शारीरिक तनाव की मात्रा कम हो जाती है और अच्छी नींद भी आती है.

सफेद बाल जड़ से करें काले।

आज के दौर में हर कोई स्वस्थ और काले बाल चाहता है। अगर आप भी अपने बालों को स्वस्थ रखना चाहते है तो आपको भी अपने बालों की देखभाल करनी चाहिए। कुछ लोग अपने बालों को काला करने के लिए बाजार में मौजूद हानिकारक उत्पादों का इस्तेमाल करते है, जो बिल्कुल ही गलत है। इसलिए, आज हम आपको प्राकृतिक तरीके से बालों को काला करने का उपाय बताने जा रहे है। नारियल तेल, बादाम तेल और प्याज का रस। नारियल तेल एंटिफंगल, एंटी वायरल, और जीवाणुरोधी होता है। नारियल के तेल में लौरिक एसिड, कैपिक एसिड और फैटी एसिड होता है, जो बालों को मजबूत करता है। उसी तरह प्याज में मौजूद तत्व आपके बालों को जल्दी सफ़ेद नहीं होने देते है और उन्हें जड़ से काला बनाते है। विधि: इस मिश्रण को बनाने के लिए सबसे पहले एक कटोरी में नारियल तेल. बादाम तेल और प्याज का रस को अच्छी तरह से मिला लें। फिर तैयार मिश्रण से सिर की मालिश करें, और 1 घंटे के लिए छोड़ दें। सुख जाने के बाद शैम्पू से धों लें। ऐसा सप्ताह में 2 बार जरूर करें।

ये पत्ता रखे पर्स में रहेगा नोटों से भरा हमेशा।

हम आपको वो तरीका बताने जा रहे है जिसे आजमाने के बाद आप मालामाल हो जायेगे। आइए जानते हैं। सबसे पहले आपको इस कायॅ में कइ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे कि तुलसी के पत्ते सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, ओर रविवार को नही तोड़ने चाहिए। अब बात आती है बुधवार, शुक्रवार ओर शनिवार आप इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ सकते है। शर्त ये है की आपके पर्स का रंग कला नहीं होना चाहिए। आप पर्स में जीस जगह पर पैसे रखते हैं वहां ये तुलसी का पत्ता रख देना है। जब सुबह आप नाहा कर तुलसी के पास जाएंगे तब आपको 108 बार राम-नाम का जप करना है। और फिर प्रभु का नाम लेकर तुलसी का पत्ता तोड़ लीजिये। जब आप तुलसी का पत्ता तोड़ ले फिर अपनी मुट्ठी बंद करके फिर 11, 21 या फिर 108 बार राम-नाम का जाप करे। याद रहे अगर आपको उस वक्त कछुआ, मछली या छिपकली दिखे या छींक आए तो यह शुभ माना गया है। और वह तुलसी का पत्ता अपने पर्स में नोटों के बिच रख लीजिये। ओर इस दिन के बाद से आपकी किस्मत खुल जायेगी आपका पर्स कभी खाली नही रहेगा।

नापुंसकता मिटाने वाली सब्जी है ये खा कर देखें

 ज़माना इतना बदल गया है की लोग बिना कुछ सोचे समझे बस अपना पेट भरने के लिए कुछ भी बाहर का खाना का लेते है और कई सारे पुरषो में ऐसी कुछ आदत होती है जिसकी वजह से वो नपुंसकता का शिकार हो जाते है. कई सारे लोग नपुंसकता की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए बाजार में मिलने वाली दवाइयों का भी इस्तेमाल करते है जिसे साइड इफ़ेक्ट भी हो सकता है लेकिन आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बताने जा रहे है जिसका सेवन करके आप नपुंसकता जैसी बीमारी से छुटकारा पा सकते है. आइये जानते है कौन सी है वो सब्जी। सब्जी खाने से हमारे शरीर को फ़ायदा मिलता है ये तो आप जानते ही होंगे लेकिन एक ऐसी सब्जी भी है जिसका सेवन करके आप अपने अंदर की शक्ति को बड़ा सकते है इस सब्जी का नाम चुकंदर है। चुकंदर में अच्छी मात्रा में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है.चुकंदर में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करता है.चुकंदर में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट के अलावा बोरान नाम का भी एक गुण पाया जाता है। आप चुकंदर को सब्जी के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते है और सलाद के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते है। चुकंदर में बोर

सुबह सुबह फ्रेश होने से पहले आप पानी पीते है क्या।

सुबह सुबह फ्रेश होने से पहले ज्यादातर लोग पानी पीते हैं, लेकिन पानी को कितना पीना चाहिए और किस हद तक पीना चाहिए इस बारे में जानते हैं। क्योंकि ज्यादा पानी पीना हमारे लिए हानिकारक हो सकता है। आपको बता दें कि कम पानी पीने से फ्रेश होने में आसानी तो होगी ही परंतु यह आपकी सेहत के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होगा। क्योंकि हमारा शरीर 70 परसेंट पानी से मिलकर बना हुआ है, और पानी में भरपूर मात्रा में मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर को पदार्थों की पूरी करते हैं पूरा करते हैं। इससे आपका शरीर स्वस्थ, सेहतमंद और फुर्तीला बना रहेगा। और इसके अलावा आपका पेट भी बहुत सी बीमारियों से दूर रहेगा जैसे की गैस, कब्ज, एसिडिटी होना आप इन बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे। अगर आप भी सुबह फ्रेश होने से पहले पानी पीते हैं, 

पेट की चर्बी ऐसे करे कम? आसान उपाय से।

घंटों कुर्सी पर बैठकर काम करने और अस्त-व्यस्त दिनचर्या का हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है लेकिन इसका सबसे अधिक असर हमारे पेट पर दिखाई देता है। अपनी पेट की चर्बी को छुपाने के लिये आप क्या कुछ नहीं करते हैं ढीले-ढाले कपड़े पहनते हैं,हमेशा तनाव में रहते हैं। लेकिन आखिर आप किन-किन उपायों से अपनी पेट की चर्बी को छुपाते फिरेगे। अब समय आ गया है कि इस चीज़ से ना भागा जाए और इसका डट कर मुकाबला किया जाए। आईये जानते है कुछ ऐसे ही घरेलु उपाय जो आपकी चर्बी को करेंगे कम। पेट पर जमा चर्बी न सिर्फ आपके रूप को बिगाड़ती है, बल्कि इससे आपको कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि इससे जल्द से जल्द निजात पाया जाए। पुदीना पुदीने की पत्तियों में कैलोरी कम होती है और फाइबर ज्यादा होता है। ऐसे में यह वजन कम करने का एक बेहतरीन नुस्खा है। पुदीना पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और पाचन क्रिया दुरुस्त रखता है। चर्बी ना एक दिन में बनती है ना एक दिन में जाती है। इसके लिए अपनी जीवनशैली में सुधार करना जरूरी है। संतुलित आहार के साथ नियमित व्यायाम करने से ही आप पेट की चर्बी से निजात पाई जा सक

लड़कियों में 18 पार होने पर होते है ये बदलाव

वैसे भी लड़कियों का विकास लड़को के मुकाबले बहुत जल्दी होता है। इन परिवर्तनों में लड़की के शारीरिक बदलाव के अतिरिक्त उनके स्वभाव और व्यवहार भी शामिल होते हैं। 18 वर्ष के बाद लड़कियों के शरीर मे बहुत तेजी से बदलाव आते हैं। ये सारे बदलाव हार्मोन के उतार चढ़ाव का परिणाम होते हैं। लड़कियों में मुहासों की समस्या बढ़ जाती है और चेहरे की नमी भी कम हो जाती है। इसके साथ ही किसी पुरुष के प्यार में आकर्षित होना और सपने देखना इस उम्र के बाद आम बात हो जाती है। 18 की उम्र के बाद लड़कियों में हार्मोनल परिवर्तन बहुत तेजी से होते हैं। इसके कारण उनके पीरियड्स में भी अनियमितता आ जाती है। पीरियड्स कभी जल्दी आ जाते हैं तो कभी बहुत देर से आते हैं। ये चीजें लड़कियों को चिड़चिड़ा बना देती हैं। इस उम्र को पार करने के बाद लड़कियों की छाती आदि अंगों में उभार बढ़ने लगता है। कई बार इनमे गांठ जैसा भी महसूस होता है।

रात को ये पिये और वजन घटाएं

खान-पान और गलत लाइफस्टाइल के कारण के कई लोगो का वजन बढ़ गया है| किसी के पास इतना भी समय नहीं है की वह कुछ देर अपनी सेहत पर ध्यान दे सके| आज अधिकतर लोग बाहर में खाना पसंद करते है| वजन बढ़ने का कई कारण होता है जिसमे ज्यादा तेल-मसाले वाले चीजो का सेवन, नशीले पदार्थी का सेवन दिनभर बैठे काम करना इत्यादि| आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे है| जिसका सेवन रोजाना दूध में मिलाकर करने से वजन तेजी से घटने लगेगा| हम जिस चीज के बारे में बात कर रहे है| उसका नाम दालचीनी है| दालचीनी का इस्तेमाल अक्सर हमारे घड़ो में खाने बनाते समय गरम मसाले के रूप में किया जाता है| इसमें ऐसे कई तत्व मौजूद है जो शरीर में मेताबोलिश्म को बढाता है| जो शरीर में जमी चर्बी को गलाने में मदद करता है| रोजाना रात को सोते समय एक ग्लास गर्म दूध में एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पिए|

धूम्रपान करने वालो सावधान जा सकती है जान

आज के समय में धूम्रपान से हर वर्ग के लोग प्रभावित है। लोग धूम्रपान के इतने आदी होते है कि उनका खाना बिना गुटका या सिगरेट के नही पचता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार धूम्रपान करने वाले लोगों की धड़कन धूम्रपान न करने वालों से 2-3 बार ज्यादा धड़कती है। हमारे देश में कई लोग टॉयलेट जाने से पहले तम्बाकू और मसाले का सेवन करते है। तम्बाकू में निकोटिन की मात्रा अधिक पायी जाती है। इसके सेवन से इंसान का रक्तचाप और दिल की धड़कन बढ़ जाती है जिसके कारण दिल और धमनियों पर अधिक दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान से होने वाली बिमारियों को टोबोकॉसिस कहते है। जब कोई इंसान धूम्रपान करता है तो उसके शरीर में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा अधिक हो जाती है। जिससे ब्लड में ऑक्सीजन प्रवाह करने की क्षमता कमन होने लगती है और शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। जब शरीर में मोनोऑक्साइड अधिक मात्रा में एकत्र हो जाता है तो यह प्लेटलेट्स को हानि पहुंचाता है जिससे इंसान की मौत भी हो सकती है। रिसर्च में बताया गया है कि आज के नवयुवक सिगरेट के अधिक आदी है। सिगरेट में कार्बन मोनोऑक्साइड, आर्सेनि

क्या आप भी फ्रिज में सब्जी रखती है तो जान ले ये जरूरी बातें

फ्रीज में फल सब्जी रखना आम वात है. पर हम यह नहीं जानते हैं कौन सी सब्जी फ्रिज में रखनी चाहिए. और कौन सी नहीं रखनी चाहिए. तो आज बताने जा रहे हैं. की फ्रिज में सब्जी और फल रखना कितना नुकसानदायक हो सकता है। 1.केला कभी भी फ्रिज में नहीं रखा जाना चाहिए. खासकर अगर वे हरे हैं तो उन्हें फ्रिज में स्टोर करने पर वे पकेंगे नहीं, बल्कि खराब हो जाएंगे. इससे उनका पोषण भी खत्म हो जाता है. 2.आलू वो सबसे जरूरी चीज है जो कभी भी, कभी भी फ्रिज में नहीं रखी जानी चाहिए. ये सिर्फ खराब नहीं होते, बल्कि इन्हें खाना फूड पॉइजनिंग भी दे सकता है.                                                                                              3.प्याज को कभी भी फ्रिज में नहीं रखना चाहिए. नमी के कारण प्याज बहुत जल्द ही पिलपिले हो जाते हैं. कटे हुए प्याज को फ्रिज में रखा जा सकता है बशर्ते इसे किसी एयर टाइट कंटेनर में रख के फ्रिज में रखा जाए. प्याज को हमेशा सूखे, ठन्डे और अंधेरी जगह में रखना चाहिए. जहां ये सूर्य का प्रकाश न आता हो.  4.कॉफी का डिब्बा फ्रिज में नहीं रखा जाना चाहिए. इससे उसका स्वाद खराब होता ही है, वो नी