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Showing posts from March, 2018

पैदल चलने के आठ बड़े फायदे जाने ।

पैदल चलने से सभी बीमारियों के जोखिम को कम करने में सहायता मिलती है. पैदल चलना आपके हृदय और जोड़ों के लिए अच्छा होता है. अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो आपको पैदल चलने का प्रयास करना चाहिए. पैदल चलने से तनाव, अवसाद, मोटापा और हृदय की समस्या से निजात मिलता है. 1. वजन कम करें पैदल चलना एक अच्छा व्यायाम है. यह आपका वजन कम करने में सहायता करती है. प्रतिदिन लगभग 2 किलोमीटर पैदल चलने से आपका वजन कम होता है. 2. दिल की स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं पैदल चलना आपके दिल की सेहत को बेहतर बनाने में सहायता करता है. एक रिसर्च के अनुसार, पैदल चलना हृदय के लिए सबसे अच्छा व्यायाम है. 3. हाई ब्लड प्रेशर कम करें पैदल चलना हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए लाभकारी है. रोजाना 60 मिनट पैदल चलने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है. 4. डायबिटीज में फायदेमंद प्रतिदिन चलना ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करता है. जिससे टाइप 2 डायबिटीज को रोकने में मदद मिलता है. 5. हड्डियों को मजबूत बनाएं यदि आप नियमित रूप से पैदल चलना शुरू कर दे, तो इससे आपकी हड्डियां मजबूत हो जाएगी. पैदल चलने से

क्या आप भी जोड़ों के दर्द से परेशान है तो ये है आसान उपाय । आराम मिलेगा

वर्तमान समय में हर किसी की गंभीर समस्या है जोड़ों में दर्द। घर के बुजुर्गों की ही नहीं नौजवान भी इस बात की शिकायत करते हुए नजर आते है। आखिर ऐसी क्या वजह है कि जो दिनों दिन सभी को जोड़ों में दर्द होने लगा है। जोड़ों पर यूरिक एसिड के जमने के कारण, शारीरिक कमजोरी या फिर आनुवंशिक कारणों से भी जोड़ों में बहुत तेज दर्द होता है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए आपको कुछ टिप्स बता रहे है। एक्सरसाइज हर बीमारी को पूर्ण्तः खत्म करती है। खासतौर पर पैरों की गंभीर समस्या हो तो घूमने-फिरने के साथ रोजाना व्यायाम करना जरूरी है। एक्ससाइज से ओस्टियोपोरोसिस और आर्थराइटिस जैसी बीमारियों को रोकने में भरपूर मदद मिलती है। इसके बाद खानपान पर ध्यान देना जरूरी है। ज्वाइंट पेन से बचने के लिए कोंड्रोटिन और ग्लूकोसेमिन जैसे सप्लीमेंट्स का भी सेवन अवश्य करना चाहिए। जोड़ों के दर्द से बचने के लिए जोड़ों पर अधिक वजन न पड़ने दें। इसके अलावा तनाव से दूर रहने के लिए मेडिटेशन, थेरेपी, योगा करना बहुत फायदेमंद होगा।

ये नुख्सा करें इस्तेमाल गुप्त रोग से पाये मुक्ति

आजकल के समय में लोगों को एक से एक गंभीर तेजी  तेजी से फैल रही है वह गुप्तरोग गुप्तरोग लोगों को बहुत ही तेजी से प्रभावित करते हैं किसी भी व्यक्ति के परिवार की जीवन को खराब करने में इनका सबसे बड़ा योगदान होता है उसके विषय में कोई भी खुलकर बात नहीं कर पाता है आज लेकिन हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आप इसको कैसे दूर कर सकते हैं हां दोस्तों इसका इलाज अच्छे से नहीं हो पाता है उन लोगों को कई कारण होते हैं जिनमें प्रदूषण मिलावटी खाना शामिल होता है बचपन से भी कितने लोगों को यह समस्या हो जाती है तो दोस्तों आज हम आपको बताते हैं इसको दूर करने के फायदे आज हम आपको एक चूर्ण के बारे में बताएंगे हम दोस्तों जिसे केवल केवल 15 दिन में आ जाएंगे दोस्तों सबसे पहले आपको बता दें कि यह आसानी से पंसारी की दुकान पर मिल जाएगा तो ध्यान रखें कि आपको किस हिसाब से खाना है इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आप सुबह नाश्ते में एक गिलास गर्म दूध के साथ 5 ग्राम त्रिफला चूर्ण मिलाकर पीने के बाद आधे घंटे तक कुछ नहीं खाए दोस्तों कुछ ही दिनों तक इस्तेमाल करने से आपके गुप्त रोग खत्म हो जाएंगे और आप कितनी ताकत आएगी

टमाटर खाने से ये बीमारिया हो जाती है छूमंतर

1) कैंसर टमाटर विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सिडेंट का उत्कृष्ट स्रोत हैं। इन घटकों के साथ, टमाटर मुक्त कणों के गठन से निपटने में मदद कर सकते हैं। नि: शुल्क कण कैंसर के कारण जाना जाता है। जर्नल आणविक कैंसर रिसर्च के एक हालिया अध्ययन में प्रोस्टेट कैंसर में ट्यूमर के विकास की रोकथाम के लिए बीटा-कैरोटीन के उच्च स्तर के सेवन से जुड़ा हुआ है। टमाटर में लाइकोपीन भी होता है लाइकोपीन एक पॉलीफेनोल या प्लांट परिसर है, जिसे एक प्रकार की प्रोस्टेट कैंसर की रोकथाम से जोड़ा गया है। यह टमाटर को अपने विशिष्ट लाल रंग के लिए भी देता है। 2) रक्तचाप कम सोडियम सेवन को बनाए रखने से स्वस्थ रक्तचाप को बनाए रखने में मदद मिलती है। हालांकि, धमनियों पर इसके चौड़ा प्रभाव के कारण पोटेशियम का सेवन बढ़ाना महत्वपूर्ण हो सकता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषण परीक्षा सर्वेक्षण के अनुसार, अमेरिकी वयस्कों के 2 प्रतिशत से कम 4,700 मिलीग्राम (मिलीग्राम) की सिफारिश की दैनिक पोटेशियम सेवन से कम होता है।उच्च पोटेशियम और कम सोडियम सेवन भी सभी कारणों से मरने का 20 प्रतिशत कम जोखिम के साथ जुड़ा हुआ है। 3) हार्ट स्वास्थ्

क्यो आते है डर।बने सपने । ये है उपाय

रात में सोते समय सपना आना तो लाजमी सी बात है। लेकिन उन सपनों में भी कुछ सपने अच्छे होते है तो कुछ बुरे। अच्छे सपनों के कारण हम दिनभर खुश रहते हैं तो वहीं बुरे सपनों का असर आपके दिमाग और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। कई बार आपकी नींद अचानक रात में किसी बुरे सपने को देखने के बाद खराब हो जाती है। जैसा कि आप जानते है नींद लेना हमारे शरीर के लिए सबसे ज्यादा जरुरी होता है और सोते समय हम एक दम तरोताजा होते हैं। नींद पूरी होने के बाद हमारा अगला दिन ऊर्जावान होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि सोते समय हमारा दिमाग सक्रिय रहता है। माना जाता है सोते समय इंसान दिन में बीती बातों को अलग-अलग संचित करता है। ऐसे में अगर आपको रात में डरावने सपने आते हैं तो आपका दिमाग काम करना बंद कर देता है जिसका आप के ऊपर नकारत्मक प्रभाव पड़ता है। चलिए जानते है कि आखिर बुरे सपने से बचा कैसे जाए। लेकिन इससे पहले ये जान लेना बेहद जरुरी है कि हमें बूरे सपने क्यों आते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक बुरे सपने आने के कई वजह हो सकती हैं। हो सकता ये कोई पुरानी बीमारी हो या कई बार इसकी वजह नशीले पदार्थ दवाईयां हो सकती है।

पिस्ता से ऐसे करे ब्लड प्रेशर कंट्रोल।

आजकल ज्यादातर लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या देखी जा रही है. हाई ब्लड प्रेशर का कारण ज्यादा टेंशन, गलत खानपान, मोटापा, नींद पूरी ना होना, व्यायाम की कमी, हाई कोलेस्ट्रॉल आदि हो सकते हैं. ब्लड प्रेशर हाई होने पर आपको सरदर्द, थकान, दिल की बीमारियां और किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.। इसलिए ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहना बहुत जरूरी होता है. अक्सर लोग ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से दवाइयों का सेवन करते है, जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं. इसलिए आज हम आपको एक ऐसे तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके इस्तेमाल से आप अपने ब्लड प्रेशर को हमेशा कंट्रोल रख सकते है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए एक गिलास पानी में तीन-चार पिस्ता को डालकर रात भर के लिए छोड़ दें.  सुबह नाश्ता करने के बाद इस पानी को पी लें, और पिस्ते को खाएं. नियमित रूप से ऐसा करने से आपका ब्लड प्रेशर हमेशा कंट्रोल में रहेगा। अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए अपने खानपान में पौष्टिक चीजों को शामिल करें। ज्यादा तले हुए भोजन का सेवन ना करें. रोजाना एक्सरसाइज करें. इन सभी चीजो

केशर के इस्तेमाल से दूर करें अस्थमा और तनाव वा गैस की बीमारी

केसर का इस्तेमाल खाने के स्वाद और खुशबू को बढ़ाने के लिए किया जाता है, यह हमारी सेहत और ब्यूटी दोनों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. केसर में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, फोलिक एसिड, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक और मैग्नीशियम के गुण मौजूद होते हैं. जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने का काम करते हैं. आज हम आपको केसर के कुछ सेहत संबंधी फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। दिल के लिए केसर का सेवन बहुत फायदेमंद होता है, रोजाना केसर का सेवन करने से शरीर में ब्लड सरकुलेशन ठीक रहता है. और कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी कंट्रोल में रहता है. जिससे आप दिल की बीमारियों से बचे रहते हैं। केसर में भरपूर मात्रा में न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन, सेरोटोनिन और कॉस्मेटिक पदार्थ मौजूद होते हैं, जो आपके मूड पर असर करते हैं। जिसके कारण इसके सेवन से डिप्रेशन की समस्या दूर हो जाती है। अगर आपके पेट में दर्द गैस एसिडिटी या अल्सर की समस्या है, तो इस से आराम पाने के लिए एक कप पानी में केसर के कुछ धागों को डालकर उबाल लें, और फिर इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर पिएं, नियमित रूप से इसे पीने से आपके पेट से जुड़ी सभी समस्याएं दूर

पुरषों के लिए संभोग शक्ति बढ़ाने के लिए खास नुख्सा।

आजकल बदलती जीवनशैली और बढ़ते प्रदूषण की वजह से आदमियों में कई प्रकार के रोग देखे जा रहे है। कई पुरूष सही तरह से भोजन नहीं करते जिसकी वजह से शरीर के अंदर पोषक तत्वों की काफी अधिक कमी हो जाती है। जिसकी वजह से पुरुष शक्ति काफी कम हो जाती है। इस कारण से व्यक्ति को कई तरह के नुकसान होते है और इस वजह से उसकी विवाहित जिंदगी खतरे में पढ़ जाती है। लेकिन आज हम आपको 2 ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे है जो इस परेशानी को दूर कर देंगी। यह दोनों आयुर्वेदिक चीजे है और आसानी से मिल भी जाती है। सबसे पहले आपको त्रिफला चूर्ण और सतावरी चूर्ण की जरूरत पड़ेगी। यह दोनों चीजें बाजार में बड़ी आसानी से मिल जाती है। सुबह आपको नाश्ता करने के बाद एक गिलास गर्म दूध में आधा चमच्च सतावरी चूर्ण को घोलकर इनको पीना है। इसको पिने के बाद आपको कम से कम 20 मिनट तक कुछ खाना पीना नहीं है। अब रात्रि के समय आपको 2 से 3 ग्राम की मात्रा में त्रिफला चूर्ण का लगभग 100 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ सेवन करना चाहिए है। यदि आप इन दोनों आयुर्वेदिक चीजों का तकरीबन 15 दिन तक लगातार करते है तो इससे आपके अंदर काफी ज्यादा ताकत आ जाती ह

क्या होता है वियाग्रा के सेवन से जानें आप भी।

बहुत से लोग अपनी शारीरिक कमजोरियों की वजह से वियाग्रा जैसी दवाओं का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। और कुछ लोग इसका इस्तेमाल शौकिया तौर पर भी करने लगते हैं। एक तरह से देखा जाए तो यह चीज शुरुआत में आपको बहुत अच्छा फायदा देती है। मगर समय के साथ साथ की है आपको नपुंसक भी बना सकती है। चलिए जान लेते हैं कि वियाग्रा के फायदे और नुकसान। जो लोग शुरुआत में वियाग्रा गोली का सेवन करते हैं। यह उन की नसों में है इतना जोश भर देती है। कि उनके लिए कोई भी नामुमकिन काम मुमकिन हो जाता है। शुरुआत में इसका इस्तेमाल हार्ड अटैक के मरीजों पर किया जाता था। मगर आजकल इस दवाई को हर कोई व्यक्ति लेने लगा है क्योंकि यह जोश वर्धक होती है। हाल ही में एक शोध में खुलासा किया गया जिसमें यह बात निकलकर सामने आएगी वियाग्रा गोली का सबसे ज्यादा सेवन लड़कियां करती हैं।

तो पुरुष इस लिए पहनते है हाथ मे कड़ा।

बहुत से पुरुषों ने हाथ में कड़ा ज़रूर डाला होता है | और सभी ने अलग अलग धातु का कड़ा धारण कर रखा होता है | जब भी हम किसी पुरुष के हाथ में कड़ा देखते है तो आपके मन में एक सवाल ज़रूर अता होगा की आखिर इस कड़े को पहनने के पीछे क्या वजह हो सकती है | तो आज हम आपको बताने जा रहे है की आखिर क्यों पुरुष कड़ा पहनते है |  इस वजह से पुरुष पहनते है कड़ा। हिन्दू धर्म में बहुत से कारण है जिसकी वजह से हम कड़ा धारण करते है | कड़ा तो एक ही तरह का होता है लेकिन इसे अलग अलग धातु से बनाया जाता है | हर एक धातु से कड़ा बनाने के पीछे बहुत बड़ा रहस्य छिपा हुआ है | तो चलिए आपको बताते है की क्यों अलग अलग धातु से कड़ा बनाया जाता है |  1.ताम्बे का कड़ा बहुत से लोगो ने ताम्बे का कड़ा धारण कर रखा होता है | इसका एक बिशेस कारण है | वही व्यक्ति ताम्बे का कड़ा धारण करता है जो व्यक्ति ज्यादा बीमार रहता है | ऐसा व्यक्ति एक बीमारी से ठीक होते ही दूसरी बीमारी से ग्रस्तीत होता रहता है | हर समय छोटी बड़ी बीमारी के साथ व्यक्ति झुझता रहता है | ऐसे व्यक्ति को ताम्बे का कड़ा धारण कराया जाता है | इसे धारण करने के बाद व्यक्

फ्रिज का ठंडा पानी देता है ये सब बीमारिया ।

गर्मी के दिनों में ठंडा पानी बहुत आवश्यक हो जाता है. बिना ठंडा पानी पिए पूरी तरह प्यास नहीं बुझती है. कई लोग फ्रिज का ठंडा पानी लगातार पीते रहते हैं. आइए जानते हैं 5 बड़े नुकसान जो फ्रिज का ठंडा पानी पीने की वजह से होते हैं.  फ्रिज का ठंडा पानी पीने की वजह से आंत सिकुड़ जाती है परिणामस्वरूप खाना सही प्रकार से नहीं पचता. लगातार पेट में खाना नहीं पचने के कब्ज जैसी समस्या हो सकती है. आयुर्वेद में माना जाता है कि कब्ज ही सारी बीमारियों की जड़ होती है.  फ्रिज का पानी कृत्रिम रूप से ठंडा किया जाता है. तापमान निर्धारित नहीं होने की वजह से फ्रिज में पड़ा पानी बार-बार ठंडा और गर्म होता रहता है. आमतौर पर फ्रिज में रखे पानी का तापमान सामान्य से अधिक होता है जिसकी वजह से जुकाम-खांसी की समस्या हो सकती है.  ठंडे पानी से शारीरिक तंत्रों में सिकुड़न एक आम समस्या है लेकिन अगर कोशिकाओं में बार-बार सिकुड़न हो तो इसका असर आपके मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है जिससे दिल की धड़कनें प्रभावित हो सकती हैं.  शरीर ठंडे पानी के लिए जल्दी से अभ्यस्त नहीं हो पाता है इसलिए कई बार ठंडा पानी पीने की वजह से गला खराब हो जाता

चने भिगाने के बाद उसका पानी पिएं और ये रोग भगाएं दूर।

आप सभी ने चनों का सेवन तो किया ही होगा। लेकिन क्या आपने अपनी जिंदगी में कभी भी चने का पानी का सेवन किया है। अगर नहीं किया है तो आज से शुरू कर दीजिए, क्योंकि आज इस खबर में हम आपको बताएंगे कि चने का पानी पीने से हमें क्या फायदा होगा। इस खबर को हम तक पढ़िए ताकि आपको अच्छी तरह जानकारी मिल जाए। चने का पानी पीने से जड़ से खत्म हो जाएंगे ये 3 रोग सबसे पहले हम आपको यह बता दे कि चने का पानी कैसे बनाते हैं। सबसे पहले आपको चने लेने हैं। उसके बाद आपको एक गिलास पानी लेना है उस पानी में चने को डाल दीजिए। उसके बाद 2 घंटे तक पानी में डाला रहने दे उसके बाद उन्हें निकाल लीजिए और चने का पानी तैयार हो गया। 1. हड्डियों को मजबूत रखता है। अगर आप रोजाना सुबह उठते ही या सिर्फ रात को सोने से पहले चने का पानी का सेवन करते हैं। तो आपके हड्डियों को राहत मिलेगी। क्योंकि चने का पानी हड्डियों को मजबूत रखता है। 3. खून की मात्रा को और स्टेमिना को बढ़ाता है। चने का पानी पीने का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि यह आपके शरीर में खून की मात्रा को दोगुना बढ़ाता है। इसके साथ-साथ आपके स्टेमिना को भी बढ़ाता है जिससे

गर्भबती स्त्री को कितनी नींद लेना जरूरी और किस टाइम पर

दस साल की उम्र के बाद लड़कियों के शरीर में बदलाव होते हैं जिसको लेकर अभिभावकों को उन पर अधिक ध्यान देना चाहिए। दस  साल की उम्र के बाद लड़कियों के शरीर में बदलाव होते हैं जिसको लेकर अभिभावकों को उन पर अधिक ध्यान देना चाहिए। लड़कियों या महिलाओं में किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कभी भी यह नहीं मानना चाहिए कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और अपने आप ठीक हो जाएगी। यह मात्र एक भ्रम है जिसका लडक़ी या महिला की सेहत पर बाद में बुरा असर पड़ता है। हीमोग्लोबिन का लेवल कम होना, पेट में दर्द और कमजोरी के साथ थकान की तकलीफ होने पर तुंरत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। गर्भवती महिला को अपने खानपान के साथ आराम का पूरा खयाल रखना होगा। दिन में कम से कम दो घंटे, जबकि रात में आठ घंटे की नींद स्वस्थ मां और शिशु के लिए बहुत जरूरी है। बाएं करवट होकर सोना फायदेमंद रहता है। खानपान में इनका रखें खास खयाल लड़कियों और महिलाओं को अपनी सेहत बेहतर रखने के लिए पौष्टिक आहार लेना चाहिए। इसमें दाल, रोटी, चावल, सब्जी के साथ फल, मेवे, गुड़ और गुड़ से बनी चीजें खानी चाहिए। शरीर में आयरन, क

जब आपके मुँह से आने लगे दुर्गंध तो ये करे।

मुंह से बदबू या सांस से दुर्गंध आना बीमारी नहीं, लापरवाही है। मुंह व दांतों की सफाई करके इस तकलीफ से बचा जा सकता है। मुंह से बदबू या सांस से दुर्गंध आना बीमारी नहीं, लापरवाही है। इसका कारण मुंह में दांतों के बीच खाद्य पदार्थों के अवशेष से जन्मे बैक्टीरिया, मसूड़े संबंधी रोग या दांतों का मैल होता है। मुंह व दांतों की सफाई करके इस तकलीफ से बचा जा सकता है। इस समस्या में कई घरेलू उपायों को प्रयोग किया जा सकता है। बेकिंग सोडा   यह मुंह का पीएच बैलेंस सुधार देता है। पीएच यानी पौटेंशियल ऑफ हाइड्रोजन में असंतुलन होने पर दांतों में कैविटी और मसूड़ों की कमजोरी जैसी दिक्कतें होने लगती हैं। इसके लिए बेकिंग सोडे से ब्रश करें या गुनगुने पानी में एक टी स्पून सोडा घोल लें और 5-10 मिनट इससे कुल्ला करें, मुंह की दुर्गंध दूर होगी। लेकिन इसका प्रयोग ज्यादा मात्रा में न करें और अच्छी तरह से कुल्ला करें। सौंफ   यह मुंह में बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार देती है। सौंफ पाचनक्रिया दुरुस्त करती है जो मुंह में बदबू का बड़ा कारण है। इलायची, लौंग व दालचीनी के साथ सौंफ ज्यादा फायदेमंद होती है। सौंफ क

क्यो बच्चा पैदा कराने पड़ते है सिजेरियन डिलिबारी से जानें?

प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला यह चाहती है कि उसकी डिलीवरी सामान्य हो। लेकिन कई बार मां या बच्चे की सेहत को खतरा देखकर ऑपरेशन करना पड़ता है। प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला यह चाहती है कि उसकी डिलीवरी सामान्य हो। लेकिन कई बार मां या बच्चे की सेहत को खतरा देखकर ऑपरेशन करना पड़ता है। तो आइए जानते है सिजेरियन डिलीवरी के बारे में यह है प्रक्रिया इस प्रक्रिया में पेट पर चीरा लगाकर बच्चे को गर्भाशय से बाहर निकाला जाता है। सामान्य प्रसव में महिला को 24 घंटे में अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है लेकिन सिजेरियन में कम से कम 5 दिन अस्पताल में रहना पड़ता है। जरूरी इसलिए गर्भवती महिला का ब्लड प्रेशर बढऩे या दौरा पडऩे की स्थिति में सिजेरियन ऑपरेशन किया जाता है वर्ना दिमाग की नसें फट सकती हैं और लिवर व किडनी खराब हो सकती है। छोटे कद वाली महिलाओं की कूल्हे की हड्डी छोटी होने के कारण बच्चा सामान्य तरीके से नहीं हो पाता। कई बार दवाओं से बच्चेदानी का मुंह नहीं खुल पाता, ऐसे में सर्जरी करनी पड़ती है। ज्यादा खून बहने पर भी सिजेरियन ऑपरेशन किया जाता है। बच्चे की धडक़न कम होने या गले में गर्भनाल लिप

मर्दो के लिए पौस्टिक आहार है ये ना छोड़े कभी।

आजकल हर इंसान को तंदुरुस्त रहने के लिए पोस्टिक खाना आवश्यक है यदि वह पौष्टिक भोजन नहीं करेगा तो वह तंदुरुस्त नहीं रह पाएगा और उसमें कमजोरी आ जाएगी दोस्तों आज हम आपको उसी कमजोरी को दूर करने का पांच तरीके बताएंगे। जिन्हें खाकर आप पोस्टिक आहार प्राप्त कर सकते हैं। दोस्तों इनमे से पहली चीजें खजूर है दोस्तों डेली सुबह नाश्ते में कम से कम 5 खजूरों का सेवन जरूर करें। खजूर में भरपूर मात्रा में आयरन होता है जिससे हमारे शरीर को ताकत मिलती है। दोस्तों दूध पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है इससे हमारे शरीर को कैल्शियम की पूर्ति करता है इसे जरूर पिए। इसका सेवन करने से हमारी हड्डियां मजबूत बनी रहती है। दोस्तों चने का सेवन करना हमारे लिए अति आवश्यक है जो कि चना खाने से हमारे शरीर को ताकत मिलती है जिसका सेवन करने से कई बीमारियां दूर हो जाती है। दोस्तों घी खाने से हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है। दोस्तों घी हमेशा देसी ही खाएं बाहर का बेकार पैकेट वाला घी ना खाएं। दोस्तों कोशिश करें कि कहीं से आपको गाय का शुद्ध घी मिल जाए। दोस्तों गुड़ का सेवन जरूर करें क्योंकि गुड में अधिक मात्र

लौंग खानें के आठ बड़े फायदे ?

लौंग के फायदे- लौंग में यूजेनॉल तत्त्व होता है जो दांत दर्द जैसी हेल्थ प्रॉब्लम को ठीक करने में मदद करता है। लौंग सर्दी-जुकाम होने पर लौंग खाएं या इसकी चाय पीना फायदेमंद है। लौंग से बेहोशी दूर होती है। लौंग को गाय के घी या दूध में पीसकर आंखों में लगाने से बेहोशी दूर हो जाती है। लौंग के तेल की लेकर 10-15 ग्राम शक्कर में मिलाकर सेवन करने से जुकाम समाप्त हो जाता है। लौंग के तेल को रूमाल पे डालकर सूंघने से जुकाम मिटता है।  लौंग को आप बकरी के दूध के साथ पीसकर सुरमे की तरह आंखों में लगाने से लगाने से रतौंधी रोग समाप्त हो जाता है। आप लौंग पीसकर गर्म पानी से फंकी लें इस तरह रोज 2 बार यह प्रयोग करने से बुखार दूर होता है। दांत में कीडन लगने पर रूई को लौंग के तेल में भिगोकर दर्द वाले दांत के नीचे रखें आराम रहता है।  आप लौंग के तेल में कपूर का चूर्ण मिलाकर दर्द वाले दांतों पर लगाने से दर्द में आराम रहता है।

रात को जो लोग उठते है पेसाब को वोह ये खबर जरूर पढे बहुत जरूरी है जान लेना ।

मनुष्य अपने जीवन में ऐसी कई सारे गलती करता है वो उसके स्वास्थ के लिए काफी नुकसानदायक होती है और बाद में उस गलती से वजह से मनुष्य को काफी परेशानियां होती है. मनुष्य जानबुज कर कोई भी गलती नहीं करता है बल्कि वो अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां कर देता है जिसकी वजह से उसको बाद में परेशानी होती है और ऐसी ही एक गलती है जो ज़्यादातर लोग ज़रूर करते है.। आप सोच रहे होंगे की वो कौन सी गलती है जो मनुष्य रोज़ करता है और उसको पता भी नहीं होता है की वो गलती कर रहा है तो हम आपको बता दे की वो गलती है रात को उठकर पेशाब करना. कई सारे लोगो को आदत होती है की वो नींद में से उठकर पेशाब करते है और सो जाते है लेकिन ऐसा करने से उन लोगो को काफी गंभीर बीमारी हो सकती है. जो ज़्यादा नमक खाते हैं उन मरीज़ों पर तीन महीने तक निगरानी रखी गई कि वे नींद की समस्या से पीड़ित हैं. उनसे कहा गया कि वे अपने आहार में नमक की कटौती करें. जिन्होंने ऐसा किया उनमें बार-बार पेशाब करने की आदत कम हुई. जो रात में दो बार से ज़्यादा पेशाब करते थे वे एक बार तक ही रूक गए. इसका असर दिन में भी साफ़ दिखा और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हु

यहाँ पर एक साल के लिए किराये पर मिलती है लड़कियाँ ?

यह प्रथा मध्यप्रदेश के शिवपुरी इलाके में बर्षो से चली रही है जिसमें हर वर्ष यहां के घरवालें अपनी बेटियों को 1 साल के लीए बेच दिया करते हैं। बता दें कि इस प्रथा के अंतर्गत पुरुष अपनी मर्जी से मन-पसंद लड़की को 1 साल के लिए अपने साथ ले जाते हैं। आप यह जान कर हैरान होंगे कि इसके बदले लड़की के घर वाले लड़के से मोटी रकम लेते है इस सौदे को बकायदा एक रजिस्टर में नोट किया जाता है। यदि लड़का चाहे तो वह ज़्यादा कीमत देकर लड़की को 1 साल से अधिक समय के लिए भी ले जा सकता है। इस दौरान यदि वे शादी करने का फैसला कर लेते हैं तो समय रहते उनकी शादी तय कर दी जाती है। वैसे सोचने वाली बात तो ये हैं कि आजतक किसी भी शख्य या परिवार ने इस कुप्रथा के खिलाफ ना कोई शिकायत दर्ज कराई है और ना ही किसी ने इसके खिलाफ कोई आवाज़ उठाई है।

हिजड़ों का अंतिम संस्कार ऐसे किया जाता है ।

किन्नरों की दुनिया काफी रहस्यमयी है। उनके बारे में जानने की जिज्ञासा सबको रहती है लेकिन जानकारियां अब तक कम ही मिल पाई हैं। किन्नरों से जुड़ा एक विषय है जिसे काफी गोपनीय रखा जाता है। ये विषय है मौत,क्या होता है जब किसी किन्नर की मौत होती है?  जानकारी के अनुसार जब किसी किन्नर की मौत होती है तो सबसे पहले उसकी डेड बॉडी को सफ़ेद कपड़े में लपेटा जाता है. बॉडी पर कोई भी बंधी हुई चीज नहीं छोड़ी जाती. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि उसकी आत्मा फ्री हो जाए और किसी तरह के बंधन और रिश्ते से वह हमेशा के लिए मुक्त रहे. अंतिम संस्कार से पहले शव को जूते-चप्पलों से पीटा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इससे उस जन्म में किए सारे पापों का प्रायश्चित हो जाता है.

जब आपका पार्टनर आपको दे रहा हो धोखा तो ये करें ।

आपके पार्टनर के धोखे के बारे में जानने पर गुस्सा जरूर आता है. पर ये इलाज नहीं है ना। आपको शांति रखनी पड़ेगी. आप अपने गुस्से और भावनाओं पर काबू पाए. खुद को संभालना आपके लिए इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आप अपने पार्टनर से इस बारे में खुलकर बात कर सके. अगर आपको लगता है कि आपका पार्टनर आपको चीट कर रहा है तो सीधे-साफ शब्दों में आप उनसे बात करें. वो आपके रिश्ते और सम्मान दोनों के लिए अच्छा रहेगा. हो सकता है जो बात आपका पार्टनर खुद कहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा हो, वो आपके पूछने पर बता सके. उसकी बातों को ध्यान से सुने जरूर. एक-दूसरे पर इल्जाम लगाने से कोई फायदा नहीं होगा. आपको सोचना होगा कि रिश्तों में कहां परेशानी है. ये आपको फैसला लेने में मदद करेगा. आपका फैसला आपके रिश्ते को खत्म करना या बनाए रखना कुछ भी हो सकता है. पर यह तय करने के लिए तर्क जरूर होना चाहिए. अगर आपको लगता है कि आपसी बातचीत से मामला नहीं सुलझ सकता तो काउंसलिंग की मदद ली जा सकती है. कई बार जो बात हम नहीं समझा पाते, वो काउंसलर आसानी से समझा सकता है. आपके बीच की गलतफहमियों को दूर करने में भी मदद कर सकता है.

दिल्ली के इन इलाकों में लगती है शाम को पुरषों की मंडी।

हम आपको जो बातें बताने जा रहे हैं जिसको सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। आपने ज्यादातर रेड लाइट एरिया के बारे में सुना होगा, जहां औरतों के शरीर की बोली लगाई जाती है और यहां बोली लगाने वाले होते हैं मर्द। लेकिन अब सब कुछ उल्टा हो रहा है। दोस्तों भारत में एक ऐसी जगह जहां पुरुषों की बोली लगाई जाती है और बोली लगाने वाली होती है महिलाएं। देश की राजधानी दिल्ली देश की राजधानी दिल्ली में कुछ ऐसे पॉश इलाके हैं जहां मर्दों की मंडी सजती है लड़कों की बोली लगाई जाती है इन मंडियों को लोग जिगोलो मार्केट के नाम से भी जानते हैं और जो मर्द पैसे के बदले अपने शरीर बेचते हैं उन्हें जिगोलो यानी मेल एस्कॉर्ट या फिर कॉल बॉयज भी कहा जाता है। इस समय शुरु होता है 10 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक यह कारोबार चलता है। सरोजनी नगर, पालिका मार्केट, लाजपत नगर,कमला नगर मार्केट आदि पॉश इलाके हैं जहां मर्दों की की मार्केट है। काफी महंगी बोली लगाई जाती है यहां पर मर्दों की कीमत 15 से लेकर ₹3000 तक है और अगर किसी को फुल नाइट के लिए चाहिए तो उसकी कीमत ₹15000 तक जाती है। 20% हिस्सा देना पड़ता है संस्था को जितने भी यह मर

सुहागरात को पत्नी को ऐसे करें खुश

शादी एक अनोखा बंधन है इसमें हर किसी को एक ना एक दिन बंध जाना है। परंतु इसमें भी कुछ ऐसी बड़ी बातें हैं जिसका ख्याल आपको और आपके पार्टनर दोनों को रखना पड़ता है। खासकर तब जब आप दोनों की मुलाकात पहली बार हो। तो दोस्तों आज हम आपको बताएंगे कि जब आप अपने पार्टनर से पहली बार मिले तो वह कौन से तीन काम करें जिससे आपका पार्टनर खुश हो जाए। बातों को दोस्तों से चर्चा ना करना पत्नी चाहती है कि उसके और आपके बीच में की गई बातें केवल आपको और उसको पता हो। वह नहीं चाहती कि इन बातों को आप अपने दोस्तों से बताएं या फिर किसी और से। अतीत के बारे में पूछना किसी भी पत्नी को यह बात पसंद नहीं होता कि उसका पति उसकी पिछली जिंदगी से जुड़ा कोई सवाल करें। इससे आपके और आपके पार्टनर के बीच तनाव बढ़ सकता है, इसलिए उनसे कभी भी अतीत के बारे में नहीं पूछना चाहिए। गिफ्ट देना हर पत्नी चाहती है कि उसका पति उसका अच्छा से ख्याल रख सके। दोस्तों अगर आप पहली रात को अपने पत्नी को मुंह दिखाई के रूप में कोई अच्छा सा गिफ्ट देते हैं तो, वह काफी खुश हो जाती है। जिससे आपके और आपके पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।

सेक्स के बाद क्यो सूजन आ जाती है महिलाओं के स्तनों में

जब बात सेक्स की आती है तो आप भले ही दावा करें कि आप इसके बारे में सबकुछ जानते हैं लेकिन यह हकीकत नहीं है क्योंकि जिस दिन आप सेक्स के बारे में सबकुछ जान लेंगे उस दिन से आपकी सेक्स लाइफ नीरस और बोरिंग हो जाएगी। हम आपको बता रहे हैं कि सेक्स से जुड़ी 10 रोचक बातें जिनके बारे में शायद आपने पहले कभी नहीं सुना होगा… सेक्स का बेस्ट टाइम है वर्कआउट के बाद वर्कआउट के तुरंत बाद पूरे शरीर के साथ ही प्राइवेट पार्ट में भी खून का बहाव तेज हो जाता है जिससे आपकी सेक्शुअल क्रिया कई गुणा बढ़ जाती है और आपका सेक्शुअल अनुभव और आनंददायक हो जाता है। पुरुषों में एक्सर्साइज के दौरान टेस्टोस्टेरॉन लेवल पीक पर होता है जो सेक्स के लिए सही मूड बनाता है। स्टडीज में इस बात का खुलासा हुआ है कि 20 मिनट के सेक्स के दौरान पुरुष 200 से 300 कैलरी बर्न करते हैं वहीं महिलाएं भी करीब 69 कैलरी बर्न करती हैं। मेन्स्ट्रूअल साइकल के दौरान जब महिलाएं ओव्यूलेशन फेज में होती हैं उस वक्त उनके व्यभिचार यानी चीटिंग करने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। इसके पीछे की वजह यह है कि फर्टाइल फेज में इंसान के अंदर प्रजनन की इच्छा प्रब

क्या राज है काले धागे का जो लड़कियां पैरों में बांध के रखती है

हैआपने बहुत सी लड़कियों के पैरों में काला धागा बंधा हुआ देखा होगा| पर आपने कभी यह सोचा कि ये आखिर काला धागा क्यों बांधती है| आज हम आपको यह बताने वाले है कि लड़कियां पैरों में ये काला धागा क्यों बांधती है| बुरी नजर से बचने के लिए अक्सर काले रंग का इस्तेमाल किया जाता है। जो कि बहुत पुराने समय चलता आ रहा है। लड़कियां भी काले रंग का धागा पैरों में इसलिए बांधती है| ताकि वे बुरी नज़र से बच सके| लड़कियां काला धागा अपनी सुंदरता को नजर लगने से बचाने के लिए बांधती है| ताकि कोई भी उनकी सुंदरता को नजर ना लगा सके| काला धागा नकारात्मक चीजों को प्रभावी नही होने देता है। काला धागा बांधने से बुरे सपने नही आते हैं|आजकल लड़कियां काले धागे बांधने की फैशन करने लगी है| काले धागे बांधने को फैशन की नजर से देखने लगी है|

ऐसे करें चालू महिलाओं की पहिचान?

महिलाये बहुत कोमल और सौम्य स्वभाव की होती हैं. महिलाओं के दिमग को समझ पाना बहुत मुश्किल होता है. कहा जाता है कि महिलाएं मामता की मूरत होती हैं लेकिन हर महिला एक जैसी नहीं होती. महिलाओं के दिमाग को समझ पाना मुश्किल है लेकिन आप उनके चरित्र को समझ सकते हैं। स्त्री के चरित्र से जुड़ीं शास्त्रों की ये खास बातें आज करती हैं हैरान हिन्दू धर्मग्रंथों में स्त्री, कहीं देवियों की अद्भुत शक्तियों व स्वरूप में पूजनीय बताई गईं हैं, तो दूसरी ओर कई दानवीय स्वरूपों में स्त्री के विध्वंसक व बुरे चरित्र (ताडक़ा, शूर्पनखा, पूतना आदि) भी उजागर होते हैं। दरअसल, इन स्त्री स्वरूपों व चरित्रों में यह सूत्र भी छुपे हैं कि जहां एक और स्त्री की शक्ति व सम्मान जीवन सुधार सकते हैं, तो गलत आचरण बर्बाद भी कर सकते हैं। सांसारिक नजरिए से भी गौर करें तो धर्मग्रंथों में समाज या गृहस्थी का केन्द्र स्त्री ही बताई गई है। ऐसे पहचाने चरित्रहीन महिलाओं को : अगर किसी महिला के पैर की छोटी ऊँगली जमीन को नही छूती या फिर अंगूठे के पास वाली उंगली ज्यादा लम्बी हो तो ऐसी महिलाएं समय के साथ बदल जाती हैं. अगर किसी महिला का स्वभाव

मेथी दाने के पानी से मोटापा हो जाता है कम ऐसे करें इस्तेमाल।

बदलते मौसम में लोगों को कोई ना कोई बीमारी घेर ही लेती है. सभी लोग अपनी बीमारियों का इलाज करवाने के लिए डॉक्टर के पास जाकर महंगी महंगी दवाइयों का सेवन करते हैं, पर आज हम आपको एक ऐसे आयुर्वेदिक हर्बल वाटर के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके शरीर को अंदर से हील करते हैं, और आपको बीमारियों से बचा कर रखते हैं.  मेथी के दानों का इस्तेमाल लगभग सभी रसोईघरों में किया जाता है. मेथी के बीज हमारे खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं. मेथी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी मौजूद होते हैं, जो आपके शरीर को अंदर से हील करके आपको बीमारियों से दूर रखते हैं. इसका सेवन करने के लिए रात में सोने से पहले मेथी के बीजों को पानी में डालकर छोड़ दें. सुबह उठने पर इस पानी का सेवन करें.  अगर आप नियमित रूप से मेथी का पानी पीते हैं, तो इससे आपके शरीर में इंसुलिन का लेवल कंट्रोल में रहता है जिससे आपका ब्लड शुगर हमेशा नियंत्रण में रहता है.  जिन लोगों को गठिया रोग की समस्या है, उनके लिए भी मेथी का पानी बहुत फायदेमंद होता है. रोजाना मेथी का पानी पीने से

महिलाओं को सम्भोग से होने बाले फायदे। भाग जाती है ये बीमारियां।

शारीरिक संबंध से कई तरह के फायदे होते है लेकिन कई तरह के नुकसान भी होते है लेकिन आप नहीं जानते होंगे की सम्भोग से महिला को कितने सारे फायदे होते है, इसीलिए आज हम आपको बताने जा रहे है की सम्भोग से महिलाओ को कितने फायदे होते है। शारीरिक संबंध बनाना एक तरह की व्यायाम है जो महिलाओ को स्वास्थ रखने में मदद करती है जो महिला मोटापे से परेशान है उसके लिए शारीरिक संबंध काफी फायदेमंद होता है क्योंकि शारीरिक संबंध बनाने के दौरान महिलाओं के शरीर में कैलोरी को जलन होता है जो महिला के शरीर का वजन कम करने में मददगार होता है। शारीरिक संबंध बनाने से महिलाओ के शरीर की कई सारी बीमारियों दूर हो जाती है और महिला का शरीर स्वस्थ रहता है. शारीरिक संबंध बनाने से सिर्फ शरीर स्वस्थ ही नहीं रहता बल्कि शारीरिक संबंध बनाने से दिल की बीमारियां भी दूर हो जाती है।

गर्भबती स्त्री के साथ सम्भोग करते समय रखें इन बातों का खास ध्यान।

1. अगर प्रेग्नेंसी के दौरान संबंध बनाते वक्त किसी भी तरह की रहस्यमयी ब्लीडिंग यानी कि रक्त स्राव होता है तो सावधान हो जाएं और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. 2. अगर पार्टनर किसी यौन संचारित रोग से ग्रस्त है तो ऐसे में प्रेग्नेंसी में संबंध बनाने से बचना चाहिए. 3. प्रेग्नेंसी में अगर महिला को स्पॉटिंग की समस्या है तो ऐसे में संबंध ना ही बनाएं। ऐसे में गर्भपात का खतरा बना रहता है. 4. प्रेग्नेंसी के दौरान संबंध बनाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि महिला के पेट पर ज्यादा दबाव न पड़े। इससे महिला को दिक्कत हो सकती है और गर्भस्थ शिशु भी असहज महसूस कर सकता है. 5. प्रेग्नेंसी के दौरान संबंध बनाते वक्त ज्यादा तेजी नहीं बरतनी चाहिए। इससे महिला के गर्भाशय को नुकसान पहुंच सकता है जिससे गर्भस्थ शिशु को भी दिक्कत हो सकती है. 6. अगर प्रेग्नेंसी में महिला का गर्भाशय शिशु का भार वहन करने में दिक्कत महसूस कर रहा हो तो ऐसे में संबंध बनाते वक्त खास ध्यान रखना चाहिए। जरूरत पड़ने पर चिकित्सकीय परामर्श जरूर लेना चाहिए।

बढ़ता वजन ह्रदय आघात को निमंत्रण ।

इस भागदोड़ भरी जिंदगी में अक्सर कई लोग मोटापे की परेशानी से जुझ रहे है । इसका कारण बदलती लाइफस्टाइल के अनुरुप ध्यान नहीं देना जिसका असर हमारे शरीर पर होने लगता है। वजन या मोटापा बढऩा किसी भी इंसान में दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। एक अध्यन में निष्कर्ष निकला है कि वजन बढऩे के साथ दिल की बीमारी बढऩे लगती है। लगभग 300,000 लोगों पर किए गए एक नए अध्ययन में अब यह पाया गया है कि वजन बढ़ने से दिल के दौरा, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। यूरोपीय हार्ट जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया कि हमारे शरीर में बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) जब 22-23 किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर से अधिक हो जाता है तो इस तरह की खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके अलावा हाई फैट भी किसी व्यक्ति के लिए खतरनाक है वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रति वर्ग मीटर 22-23 किलोग्राम तक ही बीएमआई बना रहना चाहिए इससे अधिक होने पर हार्ट की कई तरह की समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। हालांकि यह पहले से ही हमें पता है कि अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति हृदय रोग संबंधी बीमारी के खतरे को बढ़ा लेता है, इसके साथ ही कैंसर ज

लड़कियों को पीरियड्स में नही खानी चाहिए ये चीजें। जाने कौन सी।

1.महिलाओं को अपने मासिक स्राव के दौरान प्रोसेस्ड फूड खाने से परहेज करना चाहिए। डिब्बों में बंद खाद्य पदार्थ और चिप्स जैसे अन्य फास्ट फूड भी इसमे शामिल हैं। 2.केक और पेस्ट्री जैसे बेक किए हुए खाद्य पदार्थों का भी सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस तरह के भोजन में ट्रांसफैट बहुत ही अधिक मात्रा में पाया जाता है। 3.ऐसे खाने का भी परहेज औरतों को करना चाहिए, जिसमें चीनी अधिक मात्रा में पायी जाती है। चीनीयुक्त खाद्य पदार्थ भी दर्द पैदा करते हैं। 4.शराब आदि पेयों का सेवन तो बिलकुल भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमे पाये जाने तत्व मूड स्विंग्स को और भी बढ़ा सकते हैं और पीरियड की अवधि भी बढ़ा सकते हैं। 5.पीरियड के दौरान चाय और कॉफी जैसे पेयों के सेवन से भी बचना चाहिए, क्योंकि इन सब में कैफ़ेन बहुत ही अधिक मात्रा में पायी जाती है। यह इस दौरान होने वाले दर्द को बढ़ा देता है।

पैरों के अंगूठे में काला धागा बांधने का फायदा जान लो आप भी।

आज हम आपको बताएँगे कि, पैरों के अंगूठे पर काला धागा बाँधने से, कौनसी बीमारी जड़ से ख़त्म हो जाती है. और ये महिलाओं के लिए एक वरदान है. नाभि को आयुर्वेद मे शरीर का केंद्र माना जाता है. हमारे शरीर मे नाभि 72000 नाड़ी से जुड़ी रहती है. अगर नाभि किसी वजह से अपनी जगह से खिसकती है तो, ये कई बीमारियों को आमंत्रण देती है. और इसका इलाज किसी भी दवाई से नही किया जा सकता. इसका इलाज नाभि को अपनी जगह लाने पर ही होता है. अगर नाभि का स्पंदन उपर की तरफ हो रहा है तो, अग्नाशय की समस्या, फेपड़ों के रोग हो सकते है. मधुमेह की समस्या भी इसी से जुड़ी है.  अगर आपके पेट की मांसपेशिया कमजोर होती है तो, नाभि खिसक सकती है. शरीर के मांसपेशियों पर एक तरफ से भार पड़ने पर भी नाभि खिसकती है. दोनो हांतो से भारी समान उठाया जाए तो, कोई समस्या नही है. पर एक हाथ से उठाने पर ये समस्या हो सकती है. नाभि को ठीक करने का तरीका है कि, आपको पैरों के दोनो अंगूठे पर काले रंग या अन्य रंग का, धागा बाँधना होता है. धागे को ज़्यादा टाइट और ज़्यादा लूज नही बाँधना है. इससे आपकी नाभि बार बार नही खिसकेगी. अगर किसी को नाभि खिसने की समस्य