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ऐसे करें सेक्स लड़की हो जाएगी दीवानी आपकी

सेक्स के बारे में आमतौर पर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। मर्दों के मन में आना वाला सबसे अहम सवाल यह होता है कि आखिर किस तरीके से बिस्तर पर अपने पार्टनर को खुश किया जाए। देखा गया है कि सेक्स के मामले में महिलाओं की क्षमता पुरुषों से अधिक होती है। आमतौर पर पुरुष जब संभोग के दौरान आनंद की चरमसीमा पर होते हैं तब महिलाएं इस आनंद की शुरुआती स्टेज पर होती हैं। ऐसे में उनकी यौन उत्कंठा पूरी तरह से शांत नहीं हो पाती है। आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकर आप अपनी महिला पार्टनर को बिस्तर पर पूरी तरह से संतुष्ट कर पाएंगे। पूरे शरीर पर ध्यान केंद्रित करें बिस्तर पर अपनी महिला पार्टनर के साथ सीधे संभोग न शुरु करें। उसके पूरे शरीर पर अपना ध्यान केंद्रित करें। शरीर के सिर्फ एक ही हिस्से पर ध्यान केंद्रित करने से वह आपसे ऊबने लगती है। उसके पूरे शरीर को समान रुप से प्यार करें। इससे उसकी आपके प्रति कामेच्छा बढ़ती जाएगी। ओरल सेक्स है बेहतरीन तरीका महिलाएं सेक्स के दौरान ओरल सेक्स को कॉफी ज्यादा पसंद करती हैं। धीरे-धीरे उनके अंगों को बारी-बारी किस करने से वह उत्त

बेहतर संभोग की पोजीशन।

कौन सा पोजीशन है बेहतर अक्सर लोग यह सोचते हैं कि लिंग का साइज बेहतर सेक्स परफार्मेंस में अहम भूमिका निभाता है। आमतौर पर औसत उत्तेजित लिंग का साइज छह इंच और 4.8 इंच चौड़ा होता है। अगर आप उन लोगों में से एक हैं, जो औसत लिंग साइज के मापदण्ड पर खरे नहीं उतरते, तो भी आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि यह सच है कि साइज के अपने अलग फायदे होते हैं, लेकिन यह बिल्कुल सच नहीं है कि अधिक लंबाई वाले लिंग से ही आप सेक्सुअल संतुष्टि पा सकते हैं। यह सच्चाई नहीं है कि लंबाई मायने रखती है, मगर बहुत सारे मामले में औसत लम्बाई मायने रखते है और छोटे लिंग साइज के जरिए भी पुरूष अपने पार्टनर को पूरी तरह संतुष्ट कर सकते हैं, बर्शते इन बातों का ख़्याल रखा जाए और इन सेक्स पोजीशन को अपनाए| यानी गोद मे बिठा के करे सेक्स आएगा ज्यादा मजा।

ये दाल बढ़ाती है सेक्स पावर

पोषण से भरपूर कुल्थी दाल के फायदों का जिक्र आयुर्वेद में भी किया गया है। इसमें मौजूद फोसफोरस, कैल्शियम, आयरन और अमीनो एसिड शरीर में स्पर्म काउंट बढ़ाता है। इसलिए जिन पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होता उन्हें नियमित रूप से यह दाल खानी चाहिए।  कुल्थी दाल खाने से पीरियड्स में होने वाली ब्लीडिंग कम हो जाती है। जिन महिलाओं को अनियमित पीरियड होता है, उन्हें इसके सेवन से फायदा हो सकता है। गौरतलब है कि इसका तासीर गर्म होता है। लिहाजा, डॉक्टर के परामर्श के बाद ही महिलाओं को इसका सेवन करना चाहिए।   अगर आप सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं, कुल्थी दाल का गरमा दरम सूप भी आपको राहत पहुंचाएगा। इसके अलावा इस दाल से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।  कुल्थी दाल में फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। यह आसानी से पच जाती है। लिहाजा, अगर आपको कब्ज की परेशानी है तो इस दाल से आपको फायदा होगा।  हालांकि, कुल्थी के अनेक फायदे होने के बावजूद प्रेगनेंट महिलाओं, टीबी का इलाज करा रहे मरीजों और वे लोग जो वजन बढ़ाना चाहते हों, उन्हें भूलकर भी इस दाल का सेवन नहीं करना चाहिए।