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Showing posts from May, 2018

ये होते है महिलाओं के कामुक अंग?

सेक्स दो जिस्मों का एक होना लेकिन उस सेक्स में साथी को चरम सुख देना एक कला है। एक ऐसी कला जिसमें महारथ हर किसी को नहीं होती। अगर आप चाहते हैं कि आप अपने साथी को इस रतिक्रया का  भरपूर आनंद दे पाएं तो आपको उनके जी स्पॉट के बारे में जानना होगा। अब आप सोचेंगे कि यह जी स्पॉट क्या बला है.. तो आपको बता दें जी स्पॉट शरीर के वो अंग होते हैं जिसे छूने पर महिलाओं में सेक्स की इच्छा तीव्र हो जाती है। हर महिला के जी स्पॉट अलग होते हैं। किसी के  गर्दन के पीछे जी स्पॉट होते हैं तो किसी के पीठ को छूने से उनके अंदर सरसराहट पैदा हो जाती है। कान :  यह सुनने में थोड़ा अटपटा है मगर यह सच है कि कान एक जी-स्पॉट है। आप अपने पाटर्नर के कान को अपनी उंगलियों से हल्के से सहलाइए या खींचिये, कान के पीछे की ओर चूमें और कान के निचले हिस्से को  हल्के से काटे। इससे महिलाओं में उत्तेजना पूर्ण होती है। होंठ :  चूमना किसी महिला के लिए एक बड़ा टर्निंग प्वांइट होता है। जब रिलेशन बन रहे होते हैं तो किस ऐसी पहली चीज होती है तो सर्वप्रथम अस्वीकार की जाती है। होंठ को छूने से आपका पाटर्नर उत्तेजित होता है,  और वह आप मे

महिलाओं की योनि से निकलने वाले सफेद पानी के कारण और इलाज़

आमतौर पर, सामान्य वेजाइनल डिस्चार्ज जिसे ल्यूकोरिया कहा जाता है, वह पतला, सफेद, दूधिया और हल्की महक वाला होता है। ल्यूकोरिया पूरी तरह समान्य होता है और इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं होती है। क्योंकि, यह समस्या ज्यादातर टीन ऐज की लड़कियों में ज्यादा देखी जाती है। हालाँकि, थोड़ी मात्रा में सफ़ेद पानी का आना किसी बीमारी का संकेत नहीं है, लेकिन अधिक मात्रा में और अधिक दिनों तक रहने के कारण यह आपके लिए परेशानी का कारण हो सकता है। क्यों होता है योनि स्राव दरअसल महिलाओं में ग्रीवा से उत्पन्न श्लेष्मा के बहाव को ही योनि स्राव कहा जाता है। यह एक सामान्य सी प्रक्रिया होती है, जो मासिक चक्र के अनुसार समय-समय पर परिवर्तित होती रहती है। महिलाओं में पीरियड्स से पहले और बाद में स्त्राव होना सामान्य सी प्रक्रिया होती है। इसके अलावा अण्डोत्सर्ग के समय पर भी योनि में स्वाभाविक स्त्राव होता है क्योंकि, अंडे को अंदर जाने में सहायता मिल सके। इससे क्या समस्या हो सकती है? बेहोशी या चक्कर आना खाने में रुचि नहीं लगना बहुत कमजोरी लगना चिड़चिड़ापन महिला के योनी के भाग में खुजली होने लगती है

क्यो जरूरी है सेक्स रिलेशनशिप में ?

इंसानों के लिए सेक्स को सबसे ज़्यादा सुख देने वाली अनुभूति माना जाता है। महिला और पुरूष दोनों के लिए इसका एहसास और मायने अलग होते हैं। दोनों ही इससे संतुष्ट होते हैं लेकिन उनकी सोच अलग होती है। किसी भी रिश्ते में लवमेकिंग बहुत ज़रूरी होता है, इससे आपको कई भावनात्मलक लाभ मिलते हैं और तनाव भी दूर हो जाता है। साथ ही आप अपने आपको किसी के बहुत करीब पाते हैं, उस पर भरोसा करने लगते हैं और प्रेम भी। जब आप अपने पार्टनर के साथ लवमेकिंग करते हैं तो आपका उनके साथ कनेक्शन बहुत गहरा हो जाता है। क्यों होता है सेक्स इतना ज़रूरी? अपने पार्टनर के साथ फिजिकली कनेक्शन होने पर आप सहज हो जाते हैं और मन में आने वाली भावनाएं भी बहुत सकारात्मक हो जाती हैं। सेक्स एक खूबसूरत संबंध है। उस क्षण आप अपने सारे ग़म या शिकवे को भुलाकर सिर्फ किसी एक के हो जाते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ कारणों को बताने जा रहे हैं कि एक रिलेशनशिप में सेक्स इतना ज़रूरी क्यों होता है। 1. कनेक्शन लवमेकिंग से आपका अपने पार्टनर के साथ गहरा कनेक्शन बन जाता है। फिजिकल कनेक्शन, अंतरंगता का सबसे ऊंचा स्तर होता है। किसी के साथ जिस्मानी रिश्ते हो

राजस्थान के इस गांव में हर किसी को 2 औरत ?

शादी करना एक बड़ा काम है और मैरिड लाइफ को मैनेज करना उससे भी बड़ा काम है! लेकिन आज जो मामला हम आपको बताने जा रहे हैं, उसको सुनकर आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे। आप सोचेंगे कि लोग जीवन जीने के लिये न जाने क्या-क्या करते हैं! भारत में एक ऐसा गांव हैं, जहां पर पुरुषों को दो बार शादी करने की इजाजत है और ये प्रथा वर्षों से चली आ रही है। इस गांव में मर्द दो बार शादी करते हैं और सभी विवाहित पुरुषों की दो पत्नियां होती हैं! यह काफी आश्चर्यजनक, है ना? अधिक जानकारी के लिेये पढ़ें... भारत के राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक देरासर गांव हैं। इस गांव में लगभग 70 मुस्लिम परिवार रह रहे हैं। ये मुस्लिम परिवार दो बार शादी करने की परंपरा का पालन करते हैं और वे अपनी दो पत्नियों के साथ एक खुशहाल जीवन जीते हैं। विश्वास इस गांव में पुरुषों का दो बार शादी करने का कारण काफी चौंकाने वाला है। ऐसा माना जाता है कि इस गांव में एक आदमी को अपनी पहली पत्नी से बच्चे नहीं मिल सकते हैं, इसलिये बच्चों के खातिर, उसे दूसरा विवाह करना पड़ता है। यहां ग्रामीणों का मानना है कि बच्चों को वास्तव में सच साबित करने के लिये दूसरी बार वि

सफेद बाल ऐसे करें काले हमेशा के लिए?

हर किसी को बाल काले ही अच्‍छे लगते हैं लेकिन जब यह बिना बुढापे के ही सफेद होने लगें तो दिल घबरा सा जाता है। पर आपको जानना होगा कि बाल सफेद क्‍यों हो जाते हैं वो भी तब जब हमारी खेलने खाने की उम्र होती है। जब बालों में मिलेनिन पिगमेंटेशन की कमी हो जाती है तब बाल अपना काला रंग खो देते हैं और सफेद हो जाते हैं। हांलाकि बालों का सफेद होना आज कल आम सी बात हो गई है इसलिये इसके लिये घबराना बिल्‍कुल नहीं चाहिये। आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताएंगे जिसे आजमा कर आपके सफेद हो रहे बाल काले होने शुरु हो जाएगें। आइये जानते हैं इन नुस्‍खों के बारे में। हेयर पैक आमला और हिना से बनाया गया हेयर पैक सफेद हो चुके बालों को ढंकने के बहुत काम आता है। काली चाय पैन में पानी डालें, उसमें 2 चम्‍मच चाय की पत्‍ती डाल कर खौलाएं और जब यह पानी ठंडा हो जाए तो इसे छान कर बालों में लगाएं। इसे लगाने के बाद बालों में शैंपू न लगाएं वरना असर खत्‍म हो जाएगा। कडी पत्‍ता अपनी डाइट में कडी पत्‍ता शामिल करें। इसे आप चटनी के रूप में खा सकते हैं। इसको खाने से बालों का सफेद होना रुक जाएगा। हेयर ऑयल नार

हद से ज्यादा सेक्स संबंध बनाना हो जाता है खतरनाक?

साइंस के मुताबिक सेक्स से मूड बेहतर और दिमाग टेंशनफ्री रहता है. इसके साथ ही हेल्दी लाइफ में सेक्स की अहम भूमिका बताई जाती है. सेक्स थेरपिस्ट इआन कार्नर के मुताबिक सेक्सुअल अट्रेक्शन और सेक्स की जरुरत ही सेक्सुअल रिलेशनशिप का आधार है. लेकिन यह सवाल बेहद अहम है कि सेक्स कितना करना चाहिए ? और सेक्स को किस हद तक करना चाहिए ?   किंजे इंस्टिटयूट के मुताबिक 18 से 29 साल की उम्र वालों को साल में 112 बार सेक्स करना चाहिए जबकि 30 से 39 साल की उम्र वालों को एक बार सेक्स करना चाहिए. लेकिन क्या आपको पता है इसका हेल्थ पर क्या प्रभाव पड़ता है ? कार्नर ने कहा कि रिलेशनशिप में ज्यादातर कपल हफ्ते में एक बार सेक्स करते हैं. कपल्स थेरपिस्ट बेरी मैकार्थी की भी इस पर सहमति है कि हफ्ते में एक या दो बार सेक्स हेल्दी लाइफ के लिए अच्छा है.    कार्नर का कहना है कि हनीमून के टाइम में कपल्स के बीच सेक्स ज्यादा होता है. इस वक्त जब कपल्स साथ निकलते हैं तो सेक्स की कोई गिनती नहीं होती. क्योंकि यह मामला कुछ समय के लिए होता है. सेक्स की लत को लेकर दुनिया भर में बहस होती रहती है. कई लोगों का कहना है

कितनी बार बनाएं सेक्स संबंध? और कब

सच्चाई यह है कि कितनी और कब संभोग किया जाए, इसके लिए कोई नियम नहीं बनाया जा सकता। यह बात आप अच्छी तरह से समझ लें कि संभोग तो एक शारीरिक भूख है और इसे तभी किया जाना चाहिए, जब स्त्राी पुरूष दोनों इसका पूर्ण आनन्द उठाकर सन्तुष्ट होने की इच्छा मन में रखते हों। कितनी बार संभोग किया जाये यह इस बात पर निर्भर करता है कि संभोग करने के बाद पति-पत्नी को शारीरिक आनन्द मिलने के साथ-साथ मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है या नहीं?वास्तविकता यह है कि पूर्ण आनन्द न मिलने के कारण उनका मानसिक तनाव बढ़ जाता है, जिसके फलस्वरूप कई प्रकार के मानसिक विकार उत्पन्न हो जाते हैं और कई बार उनके मन में सैक्स के प्रति अरूचि पैदा हो जाती है। यदि पति-पत्नी दोनों को पूर्ण आनन्द मिलता है तो इच्छानुसार, अपनी शारीरिक अवस्था को देखते हुए जितनी बार चाहें संभोग किया जा सकता है। यदि संभोग करने के बाद एक-दूसरे के प्रति उन दोनों में कोई तनाव उत्पन्न होता हो तो उन्हें संभोग करने की संख्या बहुत कम कर देनी चाहिए। इसलिए संभोग करने की संख्या पूरी तरह से पति-पत्नी दोनों की उम्र, खान-पान और संभोग के प्रति रूचि पर ही निर्भर करती है। नवविवा

ऐसे बढ़ाये अपने सेक्स की शक्ति?

यौन शक्ति बढ़ाने के सरल और अचूक आयुर्वेदिक उपाय, Top Ayurvedic Tips for Sex Power, यौन शक्ति बढ़ाने के घरेलु और आयुर्वेदिक उपाय हिंदी में, आयुर्वेद – यौन शक्ति बढ़ाने के कुछ सरल घरेलू उपाय, sex-power-badhane-ke-gharelu-nuskhe-in hindi, Sex power badhane ke upay, नपुंसकता, स्वप्नदोष, धातु दोष आदि ऐसी समस्याएं, सिर्फ 1 हफ्ते में यौन शक्ति बढ़ाने के 5 अचूक उपाय, effective-tips-to-increase-men-power-in hindi, नुस्खे जो ना सिर्फ यौन शक्ति में वृद्धि, यौन दुर्बलता को दूर करने के लिए घरेलू upay, आयुर्वेद के द्वारा यौन रोग, यौन दुर्बलता, आंशिक व नपुंसकता का सही रूप से इलाज , चरक संहिता, सुश्रुत संहिता में संभोग शक्ति, सिर्फ 1 हफ्ते में सेक्स पावर बढ़ाने के 4 अचूक आयुर्वेदिक उपचार, how to improve sex power, यौन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक नुस्खे , पुरूषों की यौन शक्ति बढाने वाले फूड्स, मर्दानगी के लिए रामबाण दवा, मर्दानगी बढ़ाने के उपाय, आयुर्वेद में चने को वीर्यवर्द्धक और स्तभ्न शक्ति बढ़ाने के लिए अचूक, वीर्यवर्धक और मैथुन शक्ति बढ़ाने में रामबाण, आयुर्वेद – यौन शक्ति बढ़ाने के कुछ सरल घरेलू उप

नाभि में तेल लगाने के अदभुत फायदे?

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नाभि / Navel के साथ स्वास्थ्य और सौंदर्य जुड़ा हुआ है। यह एक प्राचीन उपचार पद्धति है जिसमें नाभि में व उसके आस-पास तेल लगाने से स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों में लाभ होता है। इस चिकित्सा पद्धति में खर्च कम व फायदा ज्यादा होता है। आयुर्वेद में यह माना गया है कि हमारे शरीर के सारे अवयवों की जड़ नाभि में होती है। नाभी हमारे शरीर की सारी गतिविधियों को नियंत्रित करती है। अगर आप नियमित तौर पर करीब 15 दिन तक नाभि में तेल लगाते हो तो इससे आपको अद्भुत परिणाम दिखेगा और उसके बाद अगर आप रोजाना यह तरीका आजमाते रहते हो तो आपको स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों का खजाना मिलेगा।

पैरों के तलबो पर मालिश करने के फायदे ?

डॉक्टरों का कहना है कि शरीर के जिस हिस्से की मालिश की जाती है, उस हिस्से की सेल्स सक्रिय हो जाती हैं। मालिश करने से शरीर की त्वचा को फायदा मिलता है। लेकिन अगर पैर के तलवों की मालिश की जाए तो उसका ज्यादा फायदा मिलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि हमारें पैरों के तलवों का संबंध हमारे शरीर के अलग हिस्सों से होता है। जैसे अंगूठे का संबंध हमारें दिमाग की नसों से होता है, अंगूठे के ठीक नीचे के हिस्से की नसों का संबंध गर्दन, दिल और पेट से होता है। माना जाता है कि तलवों की मालिश करने से हमारे शरीर को ताजगी मिलती है और शरीर ठीक रहता है। हाथों और पैरों का मालिश करने से शरीर के रक्त का संचार सही रहता है। कई डॉक्टरों का मानना है कि व्यक्ति को गर्म तेल से मालिश करनी चाहिए। गर्म तेल से मालिश करने से शरीर को ज्यादा लाभ मिलता है। लेकिन शरीर के हर हिस्से की गर्म तेल से मालिश करना आसान नहीं होता है। पैरों के तलवों की त्वचा शरीर के दूसरे हिस्सों की त्वचा के मुकाबले ज्यादा सख्त होती है। इस कारण से शरीर के इस हिस्से पर गर्म तेल से मालिश की जा सकती है। अगर तलवों पर गर्म तेल की मालिश की जाए तो ज्यादा फायद

लड़कियों के हस्त मैथुन करने के तरीके ?

लड़कियाँ हस्तमैथुन कैसे करती हैं कई लड़कियां हस्तमैथुन करती हैं। आप अपनी उंगली से अपनी टिठनी या उसके आस-पास के स्थान को सहला सकती हैं। इससे आपको यौन उत्तेजना महसूस हो सकती है। हस्तमैथुन करने के कई तरीके हैं: हाथ में फुहारे (हैंड शावर) का सिरा लेकर उससे योनि के आस-पास पानी की धार छोड़ना। वाइब्रेटर का प्रयोग करना। अपनी योनि में डिल्डो (लिंग के आकार का खिलौना) प्रवेश  करना। (कुछ महिलाएं इसके स्थान पर उपयुक्त आकार के फलों या सब्जियों का प्रयोग करती हैं। यदि आप इसे कंडोम पहना लें तो यह अधिक साफ़ और सुरक्षित हो जाता है।)

लिंग को कड़ा और खड़ा करने के उपाय?

सामान्य उपचार इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का उपचार (Treatment of Erectile Dysfunctions) यूं तो इस समस्या के उपचार की शुरुआत खान-पान में सुधार व व्यायाम, ध्यान व योग आदि करने से की जाती है, लेकिन यदि इससे कोई लाभ नजर न आए तो इसके चिकित्सकीय उपचार किये जाते हैं। ट्रीटमेंट डॉक्टर ईडी का उपचार करने से पहले इस समस्या के कारण का पता लगाता है। इसके लिए कई तरह के टेस्ट भी किए जाते हैं। और फिर निम्न उपचार माध्यमों की मदद ली जा सकती है - हॉर्मोन थेरपी (Hormones Therapy) अगर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का कारण हॉर्मोन की कमी या गड़बड़ी है तो हॉर्मोन थेरपी की मदद से इसे दो से 2 से 3 महीनों के भीतर इसे ठीक कर दिया जाता है। इस ट्रीटमेंट का कोई खास साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। ब्लड सप्लाई (Blood Supply) लिंग में धमनियों में किसी प्रकार की रुकावट की वजह से रक्त के प्रवाह में कमी आ जाती है, तो ऐेसे में दवाओं की मदद से इस ब्लॉकेज को खत्म किया जाता है। इससे लिंग में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और उसमें ठीक से तनाव आने लगता है। वैक्यूम पंप, इंजेक्शन थेरपी और वायग्रा (Vaccum Pump, Injection Therapy and

तो लडकिया इस लिए करती है हस्तमैथून? रोचक

पुरुषों की तरह महिलायें भी यौन सुख के लिए हस्‍तमैथुन का सहारा लेती हैं, हालांकि इससे वे आर्गेज्‍म तक नहीं पहुंच पाती हैं लेकिन उन्‍हें हस्‍तमैथुन से बहुत हद तक संतुष्टि मिल जाती है। महिला हस्‍तमैथुन पुरुषों की तरह महिलायें भी यौन सुख पाने के लिए हस्‍तमैथुन का सहारा लेती हैं। हालांकि इससे वे आर्गेज्‍म तक नहीं पहुंच पाती हैं लेकिन उन्‍हें हस्‍तमैथुन से बहुत हद तक संतुष्टि भी मिल जाती है। कुछ महिलाओं में यह आदत किशोरावस्‍था से शुरू होती है और कुछ तो शादी के बाद अपने पार्टनर के साथ रहते हुए भी हस्‍तमैथुन करती हैं। महिलाओं के हस्‍तमैथुन से जुड़े कुछ रहस्‍य भी हैं उन्‍हें भी जानना जरूरी है। इसका लुत्‍फ उठाती हैं महिलायें हस्‍तमैथुन करते वक्‍त इसका पूरा लुत्‍फ उठाती हैं। कई बार महिलाओं को हस्‍तमैथुन करते वक्‍त पूरा आनंद आता है, और उन्‍हें पुरुष की कमी बिलकुल भी महसूस नहीं होती है। क्‍योंकि वे इस दौरान केवल अपने आनंद के बारे में सोचती हैं और जब तक उन्‍हें आनंद नहीं मिलता तब तक वे करती रहती हैं। कुछ 2-3 मिनट में संतुष्‍ट हो जाती हैं और कुछ इसके लिए 15-20 मिनट का समय लेती हैं।

महिलाओं को सबसे ज्यादा पसंद होती है ये सेक्स पोजीशन ?

ये सेक्‍स पॉजिशन महिलाओं को करती हैं सबसे ज्‍यादा आनंदित- पुरुष महिला के उपर:  पहली क्रिया जिसमें संभोग के दौरान पुरुष महिला के ऊपर होता है। यह सबसे पुरानी क्रिया है, जिसे महिलाएं सबसे ज्‍यादा पसंद करती हैं। इस क्रिया में महिलाओं को प्रेम और सेक्‍स दोनों का बराबर से अनुभव होता है। इस दौरान पुरूषों को अपने वजन का खास ध्‍यान रखना चाहिऐ और दबाव को सही और ठीक प्रकार से ही बनान चाहिए। पुरूष के जांघ पर महिला:  सेक्स की इस बेहतरीन क्रिया में पुरुष की जांघों पर उसकी पार्टनर बैठ जाती है। इस क्रिया में बैठकर संभोग किया जाता है। इसमें सीधे दिल से दिल का संपर्क होता है। यदि इस क्रिया के साथ चुंबन भी लिया जाए तो... प्‍यार का अहसास कई गुना बढ़ जाता है। महिला पुरूष के उपर:  इस पोजिशन में जिसमें महिला अपने पार्टनर के ऊपर बैठ जाती है। आम तौर पर महिलाओं को हावी होना पसंद होता है और इस पोजीशन में उसी बात का अहसास ज्‍यादा होता है। इस पोजीशन में महिलाएं बहुत जल्‍द चरम सीमा यानी रति निष्‍पत्ति की अवस्‍था में पहुंच जाती हैं। इस दौरान पुरूष को महिला का पुरा सहयोग करना चाहिए, और नीचे से उपर की तरफ दबाव भी बना

नपुंसकता के लिए खास उपचार है ये ?

वैवाहिक जीवन में संभोग वह कड़ी है जो दंपत्तियों को नजदीक भी लाता है और असफल रहने पर उन्‍हें हमेशा के लिए दूर भी कर देता है। घर तोड़ने वाले सबसे घातक कारणों में से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (शीघ्रपतन) भी एक वजह है, जिसमें पुरुष अपनी पत्‍नी को संभोग या सेक्‍स के दौरान संतुष्‍ट नहीं कर पाता है। इरेक्‍टाइल डिस्‍फंक्‍शन में पुरुष अपने जीवन साथी को संभोग का भरपूर आनन्द देने के लिए अपने इरेक्शन (लिंग में कड़ापन) को बरकरार नहीं रख पाता है और शीघ्र वीर्यपात का शिकार हो जाता है। इसकी वजह से उसे कई बार शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ता है। दरअसल इरेक्शन तब होता है जब रक्त, पेनिस यानी लिंग की स्‍पंज जैसी हृष्‍टपुष्‍ट कोशिकाओं (कॉरपोरल बॉडीज़) में प्रवेश करता है। मस्तिष्‍क सेक्‍स उत्तेजना के विचार के संकेतों को नसों के माध्यम से लिंग को भेजता है, जिसके कारण लिंग में रक्त प्रवाह बढता है जिसके परिणामस्वरूप इरेक्शन यानी लिंग में कड़ापन आता है और उसका उत्‍थान होता है। शीघ्रपतन की समस्‍या से स्‍थाई रूप से छुटकारा पाने के लिंए आप यहां से दवा, क्रीम या पंप खरीद सकते हैं… इरेक्टाइल डिस्फंक्शन निम्नलिखित क

रोचक जानकारी जो आप नही जानते होंगे?

दुनिया में हर रोज मजेदार तथ्य बनते रहते हैं कुछ तथ्य बहुत पहले भी बन चुके हैं आज हम आपको 33 मजेदार तथ्य बताएंगे जो सच में रोचक हैं। 1. पहली “Smiley” 1982 में प्रयोग की गई थी। 2. फूलों को यदि संगीत सुनाया जाए तो वे जल्दी बढ़ते हैं। 3. यदि शनि ग्रह को बड़े से बाॅथ टब में रखा जाए तो वह तैरने लगेगा। 4. जब “Apollo 11” लैंड हुआ तो उसमें सिर्फ 20 second का फ्यूल बचा था. 5. रबर के अविष्कार से पहले, पेंसिल से लिखे हुए को ब्रेड से मिटाते थे। 6. किताबों की सबसे पुरानी दुकान “Portugal” में हैं। 7. फ्लोरिडा राज्य पूरे इंग्लैंड से बड़ा हैं। 8. कुत्ते उस आवाज को भी सुन सकते हैं, जिन्हें आदमी के कान नही पकड़ सकते। 9. एक वायलिन को बनाने में 70 अलग-अलग तरह की लकड़ी लगती हैं। 10. 16 December 1811, को इतना तेज भूकंप आया कि मिसीसिपी नदी उल्टी बहने लगी। 11. “Nomophobia” उस डर को कहते हैं जब तुम्हारे पास मोबाइल नही होता। 12. हर 7 साल में हम अपने आधे से ज्यादा पुराने दोस्तों को छोड़कर नए दोस्त बना लेते हैं। 13. हाथ मिलाने से अच्छा तो किस करना हैं अगर तुम जुकाम से बचना चाहते हो।

सेक्स वर्धक दवाईयां?

वियाग्रा का कर सकते हैं उपयोग इस मामले में सबसे पहले एक बात का जानना बेहद ज़रूरी है कि अधिकतर लोगों का यौन संबंध बनाने के 3 से 5 मिनट में स्‍खलन हो जाता है। अगर बात लंबे समय तक सेक्‍स संबंध बनाने की है तो बाजार में कई तरह की दवाईयां जैसे वियाग्रा मिलती है। इस दवा के खाने से आपके पेनिस का रक्‍त प्रवाह बढ़ता है। हालांकि इस दवा का ज्‍यादातर उपयोग शीघ्रपतन के इलाज के लिए किया जाता है ना कि जल्‍दी होने वाले स्‍खलन के लिए। इसलिए आपके लिए बेहतर ये है कि इसे लेने से पहले आप डॉक्‍टर की सलाह ज़रूर लें। इन तकनीकों से बढ़ेगी पावर चूंकि दवाईयों के कई सारे साइड इफेक्‍ट हो सकते हैं, इसलिए आप कुछ तकनीकों जैसे स्क्वीज़ टेक्निक (squeeze technique) और स्‍टॉप-स्‍टार्ट टेक्निक का प्रयोग कर सकते हैं। इनके प्रयोग से आपको लंबे समय  के लिए लाभ होगा। इसके अलावा आप आप केजेल (kegel) एक्‍सरसाइज की सहायता ले सकते हैं इससे आपको पेल्विक फ्लोर (pelvic floor) की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी और ये आपके स्‍खलन होने की समय सीमा को बढ़ा देगा। इन सब के अलावा आप अपने खाने में केले, स्‍ट्रॉबेरी और अंडे की मात्

कमर दर्द के लिए खास बचाव और उपचार

भयंकर दर्द से पीड़ित लोग कमर दर्द की दवा घर बैठे बना सकते हैं| लम्बे समय तक एक ही स्थिति में बैठने, ज्यादा वजन उठाने या गर्भावस्था में पेट बढ़ने से कमर दर्द हो सकता है| शहरों में काफी लोग कमर दर्द के शिकार हैं, केवल बुजुर्ग ही नहीं बल्कि आज की नौजवान पीढ़ी भी इसकी चपेट में है| कमर दर्द ज्यादा 40 की उम्र के बाद होता है परन्तु आज कल 25 से 30 साल के युवाओं में भी यह समस्या दिखने लगी है| जिसके कारण व्यक्ति की कार्य क्षमता घटने लगती है और ना हीं ज्यादा देर बैठा जाता है और ना हीं ज्यादा लेटा जाता है| कमर दर्द का कारण लोगों की आधुनिक जीवनशैली, खाने में पोषक तत्वों का अभाव और शारीरिक श्रम ना करने से कमर के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है| लोग ऑफिस में घंटों एक ही पोज़िशन में बैठकर काम करते हैं यह भी कमर दर्द का बड़ा कारण है| महिलाओं में गर्भावस्था के समय जब पेट का आकार बढ़ने लगता है तो कमर पर अत्यधिक दबाब बढ़ने लगता है जिससे कमर में तेज दर्द की शिकायत होने लगती है| इसके अलावा शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर भी हड्डियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है| कई बार महिलाएं घर का कामकाज करते समय ब