हमारी सेहत पर हस्त मैथुन का असर क्या होता है जानें आप भी
शरीरसंबंध या हस्थमैथुन हमारे शरीर पर कोई गलत प्रभाव डालता भी है या यह सिर्फ एक झूटी बात है। आइये जानते है विस्तार से, टेस्टोस्टेरोन एक मेन हार्मोन है जिसे पावर एग्रेशन एंड सेक्सुअल डिजायर प्रोड्यूस होती है। शरीरसंबंध या हस्थमैथुन से हुए स्खलन से शरीर में कुछ देर के लिए कमजोरी भी महसूस होती है।
प्रशिक्षक या हेल्थ ट्रेनर्स बॉडी बिल्डर या एथलेटिक्स को हार्ड वर्क करने से पहले शरीर संबंध या हस्थमैथुन करने से मना करते हैं। विज्ञान के मुताबिक टेस्टेस्टेरॉन लेवल शारीरिक सम्बन्ध या हस्थमैथुन के बाद बढ़ जाता है और तीन महीने तक शारीरिक सम्बन्ध या हस्थमैथुन ना करने पर टेस्टोस्टेरोन का लेवल एक बच्चे के लेवल तक भी गिर सकता है।
रिसर्च के मुताबिक एक समय किए गए शरीर संबंध या हस्थमैथुन का शक्ति, क्षमता,सहनशीलता पर कोई भी प्रभाव नहीं देखा गया स्खलन के साथ हैप्पी हारमोंस रिलीज होते हैं और शारीरिक तनाव की मात्रा कम हो जाती है और अच्छी नींद भी आती है.
प्रशिक्षक या हेल्थ ट्रेनर्स बॉडी बिल्डर या एथलेटिक्स को हार्ड वर्क करने से पहले शरीर संबंध या हस्थमैथुन करने से मना करते हैं। विज्ञान के मुताबिक टेस्टेस्टेरॉन लेवल शारीरिक सम्बन्ध या हस्थमैथुन के बाद बढ़ जाता है और तीन महीने तक शारीरिक सम्बन्ध या हस्थमैथुन ना करने पर टेस्टोस्टेरोन का लेवल एक बच्चे के लेवल तक भी गिर सकता है।
रिसर्च के मुताबिक एक समय किए गए शरीर संबंध या हस्थमैथुन का शक्ति, क्षमता,सहनशीलता पर कोई भी प्रभाव नहीं देखा गया स्खलन के साथ हैप्पी हारमोंस रिलीज होते हैं और शारीरिक तनाव की मात्रा कम हो जाती है और अच्छी नींद भी आती है.
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