कहीं आपको ब्लड कैंसर तो नही। ऐसे पहचानें
श्वेतरक्तता या ल्यूकीमिया (leukemia) रक्त या अस्थि मज्जा का कर्कट रोग है। इसकी विशेषता रक्त कोशिकाओं, सामान्य रूप से श्वेत रक्त कोशिकाओं (श्वेत कोशिकाओं), का असामान्य बहुजनन (प्रजनन द्वारा उत्पादन) है। श्वेतरक्तता एक व्यापक शब्द है जिसमें रोगों की एक विस्तृत श्रेणी शामिल है। अन्य रूप में, यह रुधिरविज्ञान संबंधी अर्बुद के नाम से ज्ञात रोगों के समूह का भी एक व्यापक हिस्सा है।
भागदौड़ भरी जिंदगी, बदलते लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें से एक है ब्लड कैंसर यानि ल्यूकीमिया। ब्लड कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। ब्लड कैंसर रोगी के रक्त, अस्थि मज्जा और लसीका प्रणाली में होता है।
भागदौड़ भरी जिंदगी, बदलते लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें से एक है ब्लड कैंसर यानि ल्यूकीमिया। ब्लड कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। ब्लड कैंसर रोगी के रक्त, अस्थि मज्जा और लसीका प्रणाली में होता है।
ब्लड कैंसर की जल्द पहचान के लिए जरूरी है कि इसके लक्षणों को पहचाना जाए और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क कर इलाज शुरू किया जाए। आइए जानें ब्लड कैंसर को पहचानने के लिए कुछ खास लक्षणों के बारे में।
अगर आपके मुंह, नाक से या शौच के दौरान खून निकल रहा है तो इसे सामान्य समस्या समझकर अनदेखा न करें बल्कि जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच कराएं।
अचानक वजन कम होना या भूख न लगना भी ब्लड कैंसर का संकेत होता है। जिन लोगों को कैंसर होता है उनका वजन असामान्य रूप से कम होने लगता है। अगर बिना किसी प्रयास के शरीर का वजन ज्यादा कम हो जाए तो यह ब्लड कैंसर का शुरूआती लक्षण हो सकता है।
अगर आपके मुंह, नाक से या शौच के दौरान खून निकल रहा है तो इसे सामान्य समस्या समझकर अनदेखा न करें बल्कि जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच कराएं।
अचानक वजन कम होना या भूख न लगना भी ब्लड कैंसर का संकेत होता है। जिन लोगों को कैंसर होता है उनका वजन असामान्य रूप से कम होने लगता है। अगर बिना किसी प्रयास के शरीर का वजन ज्यादा कम हो जाए तो यह ब्लड कैंसर का शुरूआती लक्षण हो सकता है।
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