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ये होते है महिलाओं के कामुक अंग?

सेक्स दो जिस्मों का एक होना लेकिन उस सेक्स में साथी को चरम सुख देना एक कला है। एक ऐसी कला जिसमें महारथ हर किसी को नहीं होती। अगर आप चाहते हैं कि आप अपने साथी को इस रतिक्रया का  भरपूर आनंद दे पाएं तो आपको उनके जी स्पॉट के बारे में जानना होगा। अब आप सोचेंगे कि यह जी स्पॉट क्या बला है.. तो आपको बता दें जी स्पॉट शरीर के वो अंग होते हैं जिसे छूने पर महिलाओं में सेक्स की इच्छा तीव्र हो जाती है। हर महिला के जी स्पॉट अलग होते हैं। किसी के  गर्दन के पीछे जी स्पॉट होते हैं तो किसी के पीठ को छूने से उनके अंदर सरसराहट पैदा हो जाती है। कान :  यह सुनने में थोड़ा अटपटा है मगर यह सच है कि कान एक जी-स्पॉट है। आप अपने पाटर्नर के कान को अपनी उंगलियों से हल्के से सहलाइए या खींचिये, कान के पीछे की ओर चूमें और कान के निचले हिस्से को  हल्के से काटे। इससे महिलाओं में उत्तेजना पूर्ण होती है। होंठ :  चूमना किसी महिला के लिए एक बड़ा टर्निंग प्वांइट होता है। जब रिलेशन बन रहे होते हैं तो किस ऐसी पहली चीज होती है तो सर्वप्रथम अस्वीकार की जाती है। होंठ को छूने से आपका पाटर्नर उत्तेजित होता है,  और वह आप मे

महिलाओं की योनि से निकलने वाले सफेद पानी के कारण और इलाज़

आमतौर पर, सामान्य वेजाइनल डिस्चार्ज जिसे ल्यूकोरिया कहा जाता है, वह पतला, सफेद, दूधिया और हल्की महक वाला होता है। ल्यूकोरिया पूरी तरह समान्य होता है और इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं होती है। क्योंकि, यह समस्या ज्यादातर टीन ऐज की लड़कियों में ज्यादा देखी जाती है। हालाँकि, थोड़ी मात्रा में सफ़ेद पानी का आना किसी बीमारी का संकेत नहीं है, लेकिन अधिक मात्रा में और अधिक दिनों तक रहने के कारण यह आपके लिए परेशानी का कारण हो सकता है। क्यों होता है योनि स्राव दरअसल महिलाओं में ग्रीवा से उत्पन्न श्लेष्मा के बहाव को ही योनि स्राव कहा जाता है। यह एक सामान्य सी प्रक्रिया होती है, जो मासिक चक्र के अनुसार समय-समय पर परिवर्तित होती रहती है। महिलाओं में पीरियड्स से पहले और बाद में स्त्राव होना सामान्य सी प्रक्रिया होती है। इसके अलावा अण्डोत्सर्ग के समय पर भी योनि में स्वाभाविक स्त्राव होता है क्योंकि, अंडे को अंदर जाने में सहायता मिल सके। इससे क्या समस्या हो सकती है? बेहोशी या चक्कर आना खाने में रुचि नहीं लगना बहुत कमजोरी लगना चिड़चिड़ापन महिला के योनी के भाग में खुजली होने लगती है

क्यो जरूरी है सेक्स रिलेशनशिप में ?

इंसानों के लिए सेक्स को सबसे ज़्यादा सुख देने वाली अनुभूति माना जाता है। महिला और पुरूष दोनों के लिए इसका एहसास और मायने अलग होते हैं। दोनों ही इससे संतुष्ट होते हैं लेकिन उनकी सोच अलग होती है। किसी भी रिश्ते में लवमेकिंग बहुत ज़रूरी होता है, इससे आपको कई भावनात्मलक लाभ मिलते हैं और तनाव भी दूर हो जाता है। साथ ही आप अपने आपको किसी के बहुत करीब पाते हैं, उस पर भरोसा करने लगते हैं और प्रेम भी। जब आप अपने पार्टनर के साथ लवमेकिंग करते हैं तो आपका उनके साथ कनेक्शन बहुत गहरा हो जाता है। क्यों होता है सेक्स इतना ज़रूरी? अपने पार्टनर के साथ फिजिकली कनेक्शन होने पर आप सहज हो जाते हैं और मन में आने वाली भावनाएं भी बहुत सकारात्मक हो जाती हैं। सेक्स एक खूबसूरत संबंध है। उस क्षण आप अपने सारे ग़म या शिकवे को भुलाकर सिर्फ किसी एक के हो जाते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ कारणों को बताने जा रहे हैं कि एक रिलेशनशिप में सेक्स इतना ज़रूरी क्यों होता है। 1. कनेक्शन लवमेकिंग से आपका अपने पार्टनर के साथ गहरा कनेक्शन बन जाता है। फिजिकल कनेक्शन, अंतरंगता का सबसे ऊंचा स्तर होता है। किसी के साथ जिस्मानी रिश्ते हो

राजस्थान के इस गांव में हर किसी को 2 औरत ?

शादी करना एक बड़ा काम है और मैरिड लाइफ को मैनेज करना उससे भी बड़ा काम है! लेकिन आज जो मामला हम आपको बताने जा रहे हैं, उसको सुनकर आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे। आप सोचेंगे कि लोग जीवन जीने के लिये न जाने क्या-क्या करते हैं! भारत में एक ऐसा गांव हैं, जहां पर पुरुषों को दो बार शादी करने की इजाजत है और ये प्रथा वर्षों से चली आ रही है। इस गांव में मर्द दो बार शादी करते हैं और सभी विवाहित पुरुषों की दो पत्नियां होती हैं! यह काफी आश्चर्यजनक, है ना? अधिक जानकारी के लिेये पढ़ें... भारत के राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक देरासर गांव हैं। इस गांव में लगभग 70 मुस्लिम परिवार रह रहे हैं। ये मुस्लिम परिवार दो बार शादी करने की परंपरा का पालन करते हैं और वे अपनी दो पत्नियों के साथ एक खुशहाल जीवन जीते हैं। विश्वास इस गांव में पुरुषों का दो बार शादी करने का कारण काफी चौंकाने वाला है। ऐसा माना जाता है कि इस गांव में एक आदमी को अपनी पहली पत्नी से बच्चे नहीं मिल सकते हैं, इसलिये बच्चों के खातिर, उसे दूसरा विवाह करना पड़ता है। यहां ग्रामीणों का मानना है कि बच्चों को वास्तव में सच साबित करने के लिये दूसरी बार वि

सफेद बाल ऐसे करें काले हमेशा के लिए?

हर किसी को बाल काले ही अच्‍छे लगते हैं लेकिन जब यह बिना बुढापे के ही सफेद होने लगें तो दिल घबरा सा जाता है। पर आपको जानना होगा कि बाल सफेद क्‍यों हो जाते हैं वो भी तब जब हमारी खेलने खाने की उम्र होती है। जब बालों में मिलेनिन पिगमेंटेशन की कमी हो जाती है तब बाल अपना काला रंग खो देते हैं और सफेद हो जाते हैं। हांलाकि बालों का सफेद होना आज कल आम सी बात हो गई है इसलिये इसके लिये घबराना बिल्‍कुल नहीं चाहिये। आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताएंगे जिसे आजमा कर आपके सफेद हो रहे बाल काले होने शुरु हो जाएगें। आइये जानते हैं इन नुस्‍खों के बारे में। हेयर पैक आमला और हिना से बनाया गया हेयर पैक सफेद हो चुके बालों को ढंकने के बहुत काम आता है। काली चाय पैन में पानी डालें, उसमें 2 चम्‍मच चाय की पत्‍ती डाल कर खौलाएं और जब यह पानी ठंडा हो जाए तो इसे छान कर बालों में लगाएं। इसे लगाने के बाद बालों में शैंपू न लगाएं वरना असर खत्‍म हो जाएगा। कडी पत्‍ता अपनी डाइट में कडी पत्‍ता शामिल करें। इसे आप चटनी के रूप में खा सकते हैं। इसको खाने से बालों का सफेद होना रुक जाएगा। हेयर ऑयल नार

हद से ज्यादा सेक्स संबंध बनाना हो जाता है खतरनाक?

साइंस के मुताबिक सेक्स से मूड बेहतर और दिमाग टेंशनफ्री रहता है. इसके साथ ही हेल्दी लाइफ में सेक्स की अहम भूमिका बताई जाती है. सेक्स थेरपिस्ट इआन कार्नर के मुताबिक सेक्सुअल अट्रेक्शन और सेक्स की जरुरत ही सेक्सुअल रिलेशनशिप का आधार है. लेकिन यह सवाल बेहद अहम है कि सेक्स कितना करना चाहिए ? और सेक्स को किस हद तक करना चाहिए ?   किंजे इंस्टिटयूट के मुताबिक 18 से 29 साल की उम्र वालों को साल में 112 बार सेक्स करना चाहिए जबकि 30 से 39 साल की उम्र वालों को एक बार सेक्स करना चाहिए. लेकिन क्या आपको पता है इसका हेल्थ पर क्या प्रभाव पड़ता है ? कार्नर ने कहा कि रिलेशनशिप में ज्यादातर कपल हफ्ते में एक बार सेक्स करते हैं. कपल्स थेरपिस्ट बेरी मैकार्थी की भी इस पर सहमति है कि हफ्ते में एक या दो बार सेक्स हेल्दी लाइफ के लिए अच्छा है.    कार्नर का कहना है कि हनीमून के टाइम में कपल्स के बीच सेक्स ज्यादा होता है. इस वक्त जब कपल्स साथ निकलते हैं तो सेक्स की कोई गिनती नहीं होती. क्योंकि यह मामला कुछ समय के लिए होता है. सेक्स की लत को लेकर दुनिया भर में बहस होती रहती है. कई लोगों का कहना है

कितनी बार बनाएं सेक्स संबंध? और कब

सच्चाई यह है कि कितनी और कब संभोग किया जाए, इसके लिए कोई नियम नहीं बनाया जा सकता। यह बात आप अच्छी तरह से समझ लें कि संभोग तो एक शारीरिक भूख है और इसे तभी किया जाना चाहिए, जब स्त्राी पुरूष दोनों इसका पूर्ण आनन्द उठाकर सन्तुष्ट होने की इच्छा मन में रखते हों। कितनी बार संभोग किया जाये यह इस बात पर निर्भर करता है कि संभोग करने के बाद पति-पत्नी को शारीरिक आनन्द मिलने के साथ-साथ मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है या नहीं?वास्तविकता यह है कि पूर्ण आनन्द न मिलने के कारण उनका मानसिक तनाव बढ़ जाता है, जिसके फलस्वरूप कई प्रकार के मानसिक विकार उत्पन्न हो जाते हैं और कई बार उनके मन में सैक्स के प्रति अरूचि पैदा हो जाती है। यदि पति-पत्नी दोनों को पूर्ण आनन्द मिलता है तो इच्छानुसार, अपनी शारीरिक अवस्था को देखते हुए जितनी बार चाहें संभोग किया जा सकता है। यदि संभोग करने के बाद एक-दूसरे के प्रति उन दोनों में कोई तनाव उत्पन्न होता हो तो उन्हें संभोग करने की संख्या बहुत कम कर देनी चाहिए। इसलिए संभोग करने की संख्या पूरी तरह से पति-पत्नी दोनों की उम्र, खान-पान और संभोग के प्रति रूचि पर ही निर्भर करती है। नवविवा

ऐसे बढ़ाये अपने सेक्स की शक्ति?

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नाभि में तेल लगाने के अदभुत फायदे?

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नाभि / Navel के साथ स्वास्थ्य और सौंदर्य जुड़ा हुआ है। यह एक प्राचीन उपचार पद्धति है जिसमें नाभि में व उसके आस-पास तेल लगाने से स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों में लाभ होता है। इस चिकित्सा पद्धति में खर्च कम व फायदा ज्यादा होता है। आयुर्वेद में यह माना गया है कि हमारे शरीर के सारे अवयवों की जड़ नाभि में होती है। नाभी हमारे शरीर की सारी गतिविधियों को नियंत्रित करती है। अगर आप नियमित तौर पर करीब 15 दिन तक नाभि में तेल लगाते हो तो इससे आपको अद्भुत परिणाम दिखेगा और उसके बाद अगर आप रोजाना यह तरीका आजमाते रहते हो तो आपको स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों का खजाना मिलेगा।

पैरों के तलबो पर मालिश करने के फायदे ?

डॉक्टरों का कहना है कि शरीर के जिस हिस्से की मालिश की जाती है, उस हिस्से की सेल्स सक्रिय हो जाती हैं। मालिश करने से शरीर की त्वचा को फायदा मिलता है। लेकिन अगर पैर के तलवों की मालिश की जाए तो उसका ज्यादा फायदा मिलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि हमारें पैरों के तलवों का संबंध हमारे शरीर के अलग हिस्सों से होता है। जैसे अंगूठे का संबंध हमारें दिमाग की नसों से होता है, अंगूठे के ठीक नीचे के हिस्से की नसों का संबंध गर्दन, दिल और पेट से होता है। माना जाता है कि तलवों की मालिश करने से हमारे शरीर को ताजगी मिलती है और शरीर ठीक रहता है। हाथों और पैरों का मालिश करने से शरीर के रक्त का संचार सही रहता है। कई डॉक्टरों का मानना है कि व्यक्ति को गर्म तेल से मालिश करनी चाहिए। गर्म तेल से मालिश करने से शरीर को ज्यादा लाभ मिलता है। लेकिन शरीर के हर हिस्से की गर्म तेल से मालिश करना आसान नहीं होता है। पैरों के तलवों की त्वचा शरीर के दूसरे हिस्सों की त्वचा के मुकाबले ज्यादा सख्त होती है। इस कारण से शरीर के इस हिस्से पर गर्म तेल से मालिश की जा सकती है। अगर तलवों पर गर्म तेल की मालिश की जाए तो ज्यादा फायद