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लड़कियां ऐसे करें अपने को सुरक्षित ?

हर जगह हर दिन हर अखबार हर टीवी में बस एक ही चीज देखने के मिलती है, वो है लड़कियों का अपहरन उनका बलात्कार सामुहिक बलात्कार जैसी कई वारदाते । जिसमे से कुछ लड़कियां खुद उनके जाल में फंस जाती है। किन चीजों से बचे लड़कियां,आइये जानते हैं.... • ये उन लड़कियों के लिए है,जो स्कूल कॉलेज नौकरी करने जाती है। अगर कोई बच्चा आपको सड़क पर रोता हुआ दिखाई दे और वो आपको अपना नाम पता दिखाए और कहे मुझे वहां जाना है, तो आप फ़ौरन उसे नजदिकि पुलिस स्टेशन ले जाएँ ना की उसके बताये पते पे। यह सब उन गिरोहो की साजिश हो सकती है जो बलात्कार कीडनैपिन्ग जैसी वारदातो को अंजाम देते हैं । • किसी के भी बताये एड्रेस पर तब तक न जाये जब तक उसे आप पूरी तरह जान ना लें उसके बाद भी जब आप जाएं तो अपनी सहेली या अपने परिवार में किसी के बता के ही जाएं । • अपने बॉयफ्रेंड के साथ अगर आप जाएँ तो कोशिश करें उसके साथ फोटो ना खिन्चाने की, क्योकि हर कोई अच्छा नहीं रहता। • रात में ऐसे इलाके से ना गुजरे जहाँ सुनसान हो। • हमेशा मोबाइल अपने हान्थो में ही रखें । ऐसी कुछ बातो को अपनाकर आप अपने आप को सुरक्षित रख पाएंगे।

जुतों का गलत साइज अनेक समस्यों का कारण ?

पहनावा ऐसा होना चाहिए जो आप न सिर्फ जचे बल्कि वह आरामदायक भी हो। बात चाहे कपड़ों की हो या फूटवेयर की, ये चीजें आपको स्‍वास्‍थ्‍य को भी प्रभावित करती हैं। ऐसे में इन्‍हें पहनने से पहले एक बार जरूर विचार कर लें। आज हम आपको जूतों से जुड़ी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। फैशन के इस दौर में कई तरह के जूते पुरुष और महिलायें प्रयोग कर रही हैं। फिटिंग वाले जूते, हाई हील, नैरो जूते (संकरे और आगे की तरफ पतले) और संकीर्ण यानी टाइट जूते लोग पहन रहे हैं। कुछ लोग इतने संकीर्ण जूते पहनते हैं कि इससे न केवल उनके पैरों में दर्द होता है बल्कि इसके कारण उन्‍हें चलने में भी परेशानी होती है। लेकिन आपको शायद ही पता हो कि गलत जूते पहनने से कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। इन बीमारियों का रहता है खतरा एथलीट फूट यह पैरों में होने वाली एक ऐसी बीमारी है जिससे न केवल एथलीट ही प्रभावित होते हैं बल्कि सामान्‍य लोगों को भी होती है। यह बीमारी कवक संक्रमण के कारण होती है। यह उंगलियों के बीच में होती है, इसके कारण खुजली और जलन की समस्‍या होती है। अधिक संकीर्ण जू

अच्छा संभोग कितनी कितनी देर तक

संभोग दो लोगों का मधुर मिलन होता है। हर पुरुष के मन में यह सवाल उठता है कि क्या वह अपने साथी को पूरी तरह संतुष्ट करने में सक्षम है। यह सवाल मन में इसलिए भी उठता है क्योंकि हम पोर्न फिल्मों में देखते हैं कि लोग 30-40 मिनट तक संभोग करते रहते हैं। इसलिए समय को लेकर हम चिंतित हो जाते हैं। जानते हैं कितनी देर तक का संभोग अच्छा होता है… यौन डॉक्टरों ने संभोग की सही अवधि के बारे में रोचक बातें बताईं थी। डॉक्टरों का मानना था कि पार्टनर के साथ संभोग की अवधि दोनों के मूड पर निर्भर करती है। हालांकि लोगों के मन में फिर भी समय को लेकर चिंता बनी रहती है। डॉक्टर्स ने बताया कि अगर आप तीन मिनट तक संभोग करने में सक्षम हैं तो आप को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आप 3 मिनट से कम में ही स्खलित हो रहे हैं तो यह चिंताजनक हैं। उनके अनुसार अगर आप 3-7 मिनट के बीच स्खलित हो रहे हैं तो हो सकता है कि आपका पार्टनर संतुष्ट ना हो। डॉक्टर्स का इशारा साफ था कि अगर आपकी पार्टनर की सेक्शुअल ड्राइव आपसे ज्यादा है तो 3-7 मिनट की अवधि कम हो सकती है। संभोग की समय सीमा अगर आप 13 मिनट तक खींचने में सफल रहते हैं त

क्या आप चिकन खाते है ? तो जान लो ये बातें

आप लोगों में से जो लोग मांसाहारी होंगे वो चिकन का सेवन जरूर करते होंगे। चिकन को अगर सेहत के नजरिये से देखें तो इसमें प्रोटीन और फैट जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे मांसपेशियों को बढ़ाने में मदद करता है। वहीं कुछ लोग चिकन को स्वाद के लिए खाते हैं। चिकन में पोषक तत्व तो होते हीं हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन साथ हीं इसे खाने वालों को कुछ सावधानियां भी रखनी चाहिए। चलिए जानते हैं यह हमारे स्वास्थ्य को कैसे नुकसान पहुंचा सकता है। दोस्तों कुछ साल पहले के समय में चिकन खाने में कोई हानि नहीं थी क्योंकि उस समय चिकन प्राकृतिक तरीके से बड़ा होता था, लेकिन आज के समय में दुनिया में कई लोभी हो गयी हैं और वो पैसों के लिए इंजेक्शन देकर चिकन को बड़ा करते हैं। यह इंजेक्शन कई तरह के केमिकल मिला कर तैयार किए जाते हैं। जब हम चिकन खाते हैं तो वह केमिकल हमारे शरीर में आ जाती है जो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। इस कारण से हमारा स्वास्थ्य धीरे-धीरे गिरने लगता है और शरीर कमजोर हो जाती है। इसलिए आप सब सावधान हो जाएं।

जाने सेक्स से जुड़ी कुछ खास बातें

सेक्स से संबंधित बहुत सी ऐसी भ्रांतियां हैं जिनके विषय में युवाओं से लेकर शादीशुदा लोगों तक गलत धारणाएं या अधूरी जानकारी होती है। जिससे वो कभी- कभी गुमराह भी हो जाते हैं। हम ऐसी ही कुछ जानकारी लाये है जो आप की गलत धारणाओं को दूर करेगी। 1. एक से अधिक स्त्रीयों से सेक्स संबंध होने पर भी पुरूष असंतुष्ट ही रहता है। 2. महिलाएं पीरियड्स के समय या उससे ठीक पहले सेक्स का बहुत आनंद लेती हैं। 3. कॉलेज टाईम में जो लड़के सेक्स करना आरंभ कर देते हैं, वे बहुत जल्दी डिप्रेशन में आ जाते हैं बजाय कि कॉलेज टाइम में सेक्स न करने वाले लड़के नार्मल रहते हैं। 4. मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि जो महिलाएं लाल रंग के परिधान या लिपस्टिक लगाती हैं पुरूष उनकी ओर जल्दी आकर्षित होते हैं। 5.जो महिलाएं दूसरों की भावनाओं व जरूरतों को समझती हैं वे सेक्स में अच्छी पार्टनर साबित होती हैं। 6. सप्ताह में दो-तीन बार सेक्स करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। 7. सेक्स में रूचि कम हो गई हो तो योगा या व्यायाम द्वारा इच्छा को पुन: जागृत किया जा सकता है। 8. महिलाओं को सेक्स के लिए उत्तेजित करने में 10 मिनट का समय

पीरियड्स के दौरान सेक्स क्रिया सामान्य या असामान्य जाने ऐसे

पीरियड्स में सेक्स असामान्य नहीं पीरियड्स में सेक्स की एक बात तो सबके लिए सही है. इस दौरान सभी के लिए सबसे ज़्यादा लूब्रकेटेड सेक्स होता है. पीरियड्स में ख़ास तौर पर नहाते वक़्त सेक्स करना सबसे बेहतर हो सकता है. नहाते वक़्त कुछ भी गंदा होने का डर नहीं रहता है. पीरियड्स में सेक्स को लेकर ज़्यादातर लोगों की अनिच्छा गंदगी के कारण होती है. ज़ाहिर है पीरियड्स में महिलाओं के प्राइवेट पार्ट से होने वाला स्राव आम बात है. हालांकि रिचेल कहती हैं कि पीरियड्स में सेक्स से ब्लीडिंग कम हो सकती है. उन्होंने कहा, ''जो महिलाएं पीरियड्स के दौरान नियमित रूप से सेक्स करती हैं उनके पीरियड का समय छोटा होता है.'' रिचेल कहती हैं कि पीरियड्स के दौरान सेक्स को बिल्कुल आसान बनाकर रखना चाहिए. अगर आप इस दौरान ज़्यादा प्रयोग करते हैं तो आपका बिस्तर किसी क्राइम सीन की तरह लग सकता है. ज़ाहिर है सेक्स के मामले में भी सबके अपने-अपने अनुभव होते हैं. आपको किसी के कहे आधार पर कुछ नहीं करना चाहिए. लेकिन मैं अपने अनुभव के आधार पर बता सकती हूं कि पीरियड्स में सेक्स कोई असामान्य ब

रानिया ऐसे लुभाती थी राजाओं को सेक्स के लिए

पति को लुभाने के लिए जहां आज बाजारों में एक से बढ़कर एक ब्यूटी प्रोडक्ट्स मौजूद हैं वहीं पहले के जमाने में ये चीजें नहीं थी. बावजूद इसके पुराने जमाने की महिलाएं ज्यादा खूबसूरत हुआ करती थीं. उनकी खूबसूरती बनावटी नहीं बल्कि प्राकृतिक हुआ करती थी. क्योंकि वे प्राकृतिक साधनों का उपयोग अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए करती थी। किसी भी रानी की तस्वीरों को देखेंगे तो आप समझ जाएंगे कि वे कितनी खूबसूरत हुआ करती थीं. उनकी खूबसूरती ऐसी थी कि किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर ले. कोई भी उनका दीवाना हो जाए. लेकिन आपने कभी ये नहीं सोचा होगा कि रानियां आखिर इतनी खूबसूरत कैसे रहती थीं. अपनी त्वचा को इतना दमकता हुआ बनाकर कैसे रखती थीं. अपने राजा को अपनी ओर आकर्षित करने के लिये किन नुस्खों को अपनाया करती थींं। चलिए आज हम आपको बताते हैं पति को लुभाने के लिए रानियों की खूबसूरती के पीछे के राज को. वे किस तरह के प्राकृतिक साधनों का उपयोग करती थीं अपनी खूबसूरती के लिए. और किस तरह वो अपने आप को फिजिकली फिट बना कर रखती थीं. सबसे पहले तो आपकी जानकारी के लिए मैं ये बता दूं कि इन सारी बातों का जिक्र ऐतिहासिक

असलियत जान लोगे तो कभी नही खाओगे गोलगप्पे यानी पानी पूरी

गोलगप्पे के लिए मसाला बनाने के लिए क्या क्या मिलाया जाता है हमने एक गोलगप्पे वाले सी जानकारी प्राप्त की है तो उसने बताया की गोलगप्पे के बिज़नस में ज्यादा मुनाफा प्राप्त करने के लिए हमें बहुत कुछ करना पड़ता है | जैसे पुदीने की जगह पर सिर्फ हरा रंग इस्तेमाल करना , तेज मिर्च मसाला वाला रंग दिखाने के लिए हलके पीले रंग और फ्लेवर मिलाया जाता है | गोलगप्पे के पानी में क्या मिलाया जाता है ? बड़ी बड़ी होटल में तो ठीक है लेकिन लोकल ठेले वाले पानी को तीखा और चटपटा खट्टा करने के लिए जो चीज मिलाते है उसके बारे में जानकर तो शायद आप हैरान रह जायेंगे | हमने जब गोलगप्पे वाले को और अधिक कुरेदा तो उसने सारी जानकारी बताई की पतासी के पानी को अधिक चटपटा करने के लिए सस्ते मसाले और टारटैरिक एसिड मिलाया मिलाया जाता है या फिर टॉयलेट क्लीन करने वाला एसिड मिलाया जाता है | हमने जब यह जानकारी प्राप्त की तो हमें बहुत ही हैरानी हुई और हमने उससे ऐसा ना करने की सलाह दी | ऐसे घटिया गोलगप्पे होने से क्या नुकसान हो सकते है ? आपको दस्त, शरीर में पानी की कमी, पेट में अलसर या मुंह में छाले हो सकते है यहाँ तक की अग

डिलीवरी के बाद पेट पर पड़े निशानों को मिटायें ऐसे

डिलीवरी के बाद अक्सर महिलाओं के पेट पर निशान पर जाते है| जो महिलाएं ये सोचकर काफी परेशान रहती है| ये निशान इसलिए पड़ता है, जब महिलाएं गर्भावस्था में रहती है जैसे जैसे महीना बीतता है| पेट में उसी प्रकार से खिचाव होने लगता है| जिसके कारण पेट पर स्ट्रेच मार्क्स का निशान पर जाता है| इसे मिटाने के लिए नियमित रूप से अगर घरेलू उपचार का पालन किया जाए तो इन अनचाहे निशानों से निजात मिल सकती है। त्वचा का खिंचाव सरसों के तेल से मसाज त्वचा का खिंचाव मिटाने के लिए एक प्लेट में सरसों के तेल लें और जहां जहां स्ट्रेच मार्क्स का निशान है वहां पर लगभग 20 मिनट तक मालिश करें| ऐसा दिन में 3 बार करें, ऐसा आपको 5 दिन तक लगातार करना है ,फिर देखें आपके पेट पर पड़े निशान धीरे धीरे एकदम मिट से जायेगा| जैतून के तेल से मसाज जैतून के तेल में कई प्रकार के ऐसे तत्व एवं एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो पेट पर पड़े निशानों 'स्ट्रेच मार्क्स' को दूर करते है| जैतून के तेल में थोड़ा सिरका और पानी अच्छी तरह से मिलाएं| और फिर सोने से पहले स्ट्रेच मार्क्स के निशानों पर लगा लें| ऐसा करने से दाग धीरे धीरे समाप्त हो जायेगा

सुबह को शारीरिक संबंध बनाना है बहुत फायदेमंद

बीमारियों के समस्या से निजात पाने के लिए आपको सर्दियों में शारीरिक संबंध जरूर बनाने चाहिए, सर्दियों के समय में शारीरिक संबंध बनाने के अनेकों फायदे हैं तो आइए जान लेते हैं इसके फायदे के बारे में । 1 ) सर्दियों में लोग वर्कआउट करना पसंद नहीं करते हैं जिनके कारण उनका शरीर फिट नहीं रहता है, इसीलिए सर्दियों में आपको इस क्रिया को जरूर अपनाना चाहिए। 2 ) इस क्रिया को अपनाने से आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है जिससे आपका शरीर स्वस्थ रहता है और आपका शरीर ज्यादा तनाव में नहीं रहता है। 3 ) सर्दियां शुरु होते ही खांसी, जुखाम और बुखार की समस्याएं पैदा होने लगती है तो ऐसे में आपको इन सभी से बचने के लिए इस क्रिया को जरूर अपनानी चाहिए,  इससे स्वास्थ्य ठीक रहता है और हमें इन सभी बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है।