शरीर के इन अंगों को न छुएं नही तो हो जाएंगे बीमार।
लोगों की आदत होती है कि वह बैठे-बैठे अपने कान, नाक, आंख व कहीं भी खुजाते हैं या छूते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि बॉडी में ऐसे 6 मह्त्वपूर्ण अंग होते हैं जिन्हें कभी नहीं छूना चाहिए। दरअसल, इन अंगों को छूने की आदत आपको बीमार बना सकती है। इनको छूने भर से इंफेक्शन फैलने का खतरा होता है। अगर आप इस जानकारी से अब तक अनजान थे तो यह समाचारआपके कार्य की है। आइये जानते हैं कौन से हैं वो बॉडी के अंग, जिन्हें छूना खतरनाक है।
आंखें को न मसलें
ज्यादातर हम अपनी आंखों को मसलते हैं। कभी दर्द होने पर या फिर कभी ऐसे ही उन्हें रगड़ते हैं।आखें भी सेंसिटिव होती हैं व सबसे जल्दी इंफैक्शन पकड़ती हैं। लेकिन, अक्सर इन्हें छूते वक्त इन बातों को ध्यान नहीं रखा जाता। इन्हें छूने से भी इंफैक्शन हो सकता है। क्योंकि, हाथों व नाखूनों के किटाणु आखों में सरलता से चले जाते हैं। इसलिए आंखों में खुजली होना आम हो जाता है व धीरे-धीरे यह इंफैक्शन का रूप ले लेता है।
ज्यादातर हम अपनी आंखों को मसलते हैं। कभी दर्द होने पर या फिर कभी ऐसे ही उन्हें रगड़ते हैं।आखें भी सेंसिटिव होती हैं व सबसे जल्दी इंफैक्शन पकड़ती हैं। लेकिन, अक्सर इन्हें छूते वक्त इन बातों को ध्यान नहीं रखा जाता। इन्हें छूने से भी इंफैक्शन हो सकता है। क्योंकि, हाथों व नाखूनों के किटाणु आखों में सरलता से चले जाते हैं। इसलिए आंखों में खुजली होना आम हो जाता है व धीरे-धीरे यह इंफैक्शन का रूप ले लेता है।
इसलिए होते हैं पिंपल
प्रतिदिन अपने चेहरे को धोने की आदत सबकी होती है। नहाने के बाद भी लोग अपने चेहरे को लेकर सतर्क रहते हैं व लगातार उसे छूकर देखते हैं। चेहरे पर तेल आना या फिर उसे बार-बार हाथ से साफ करना खतरनाक है। अक्सर ऐसे लोगों के चेहरे पर ही पिंपल होते हैं। बार-बार हाथ लगने से किटाणु की वजह से इंफेक्शन होने का भी खतरा रहता है। स्किन प्रॉब्लम होती हैं। इसलिए सावधानी बरतनी महत्वपूर्ण है।
प्रतिदिन अपने चेहरे को धोने की आदत सबकी होती है। नहाने के बाद भी लोग अपने चेहरे को लेकर सतर्क रहते हैं व लगातार उसे छूकर देखते हैं। चेहरे पर तेल आना या फिर उसे बार-बार हाथ से साफ करना खतरनाक है। अक्सर ऐसे लोगों के चेहरे पर ही पिंपल होते हैं। बार-बार हाथ लगने से किटाणु की वजह से इंफेक्शन होने का भी खतरा रहता है। स्किन प्रॉब्लम होती हैं। इसलिए सावधानी बरतनी महत्वपूर्ण है।
कानों के अंदर न डालें हाथ
अक्सर लोगों की आदत होती है कि वह अपने कान से हाथ साफ करते हैं। कुछ लोग तक ज्यादातर कान में खुजली होने पर उसे हाथ से या किसी अन्य वस्तु से साफ करने की प्रयास करते हैं। लेकिन, यह बेहद खतरनाक है। इससे कान के अंदर की ईयर कैनाल पर प्रभाव पड़ता है। वह डैमेज हो सकती है।
अक्सर लोगों की आदत होती है कि वह अपने कान से हाथ साफ करते हैं। कुछ लोग तक ज्यादातर कान में खुजली होने पर उसे हाथ से या किसी अन्य वस्तु से साफ करने की प्रयास करते हैं। लेकिन, यह बेहद खतरनाक है। इससे कान के अंदर की ईयर कैनाल पर प्रभाव पड़ता है। वह डैमेज हो सकती है।
नाक में न डालें उंगली
अक्सर लोग कान, आंख की तरह नाक में भी उंगली डालकर साफ करते हैं। लेकिन, कभी यह नहीं सोचते कि जिससे वह गंदगी निकाल रहे हैं दरअसल वह व गंदगी को दावत दे रही है। हाथ के जर्म्स नाक में जाने से नेजल इंफैक्शन व लगातार करने से फंगल इंफैक्शन भी फैल सकता है। नाक को साफ करने का सबसे सही उपाय सेनेटाइज टिश्यू है। इससे साफ करने से कभी भी इंफैक्शन का खतरा नहीं होता।
अक्सर लोग कान, आंख की तरह नाक में भी उंगली डालकर साफ करते हैं। लेकिन, कभी यह नहीं सोचते कि जिससे वह गंदगी निकाल रहे हैं दरअसल वह व गंदगी को दावत दे रही है। हाथ के जर्म्स नाक में जाने से नेजल इंफैक्शन व लगातार करने से फंगल इंफैक्शन भी फैल सकता है। नाक को साफ करने का सबसे सही उपाय सेनेटाइज टिश्यू है। इससे साफ करने से कभी भी इंफैक्शन का खतरा नहीं होता।
एनल पर न लगाएं हाथ
एनल बॉडी का ऐसा भाग है, जिसे छूने भर से कुछ बीमारियां हो सकती है। यह एक सुपर सेंसटिव क्षेत्रहै। एनल में बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होती है। जिसे छूने से हाथों में भी बैक्टीरिया लग सकता है।ऐसे में जब आप इन बैक्टीरिया वाले हाथ को बॉडी के दूसरे अंगों पर लगाएंगे तो इंफैक्शन फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
एनल बॉडी का ऐसा भाग है, जिसे छूने भर से कुछ बीमारियां हो सकती है। यह एक सुपर सेंसटिव क्षेत्रहै। एनल में बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होती है। जिसे छूने से हाथों में भी बैक्टीरिया लग सकता है।ऐसे में जब आप इन बैक्टीरिया वाले हाथ को बॉडी के दूसरे अंगों पर लगाएंगे तो इंफैक्शन फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
नाखून की स्किन
नाखून काटते वक्त कई बार अंदर की स्किन गंदी दिखाई देती है। ऐसे में लोग इन्हें अपने हाथों से ही नोच कर निकालते हैं या फिर नेल कटर से उसे साफ करते हैं। लेकिन, यह खतरनाक है। इससे फंगल इंफैक्शन होने का खतरा रहता है।
नाखून काटते वक्त कई बार अंदर की स्किन गंदी दिखाई देती है। ऐसे में लोग इन्हें अपने हाथों से ही नोच कर निकालते हैं या फिर नेल कटर से उसे साफ करते हैं। लेकिन, यह खतरनाक है। इससे फंगल इंफैक्शन होने का खतरा रहता है।
मुंह में हाथ न डालें
हालांकि, यह आदत कम ही लोगों में देखने को मिलती है। लेकिन, फिर भी मुंह में हाथ डालने बीमारियों को दावत देना जैसा है। भले ही आपने हाथ अच्छे से धोए हों, लेकिन हाथों में बैक्टीरिया की मात्रा स्किन में चिपकी होती है। इससे ये सारे बैक्टिरिया आपके मुंह में चले जाते हैं।
हालांकि, यह आदत कम ही लोगों में देखने को मिलती है। लेकिन, फिर भी मुंह में हाथ डालने बीमारियों को दावत देना जैसा है। भले ही आपने हाथ अच्छे से धोए हों, लेकिन हाथों में बैक्टीरिया की मात्रा स्किन में चिपकी होती है। इससे ये सारे बैक्टिरिया आपके मुंह में चले जाते हैं।
Comments
Post a Comment