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गर्भाबस्था में न खाए पेन किलर जाने क्यों?

गर्भावस्था में  पेनकिलर  के सेवन से अजन्मे बच्चे के नपुंसक होने का खतरा बना रहता है। एक शोध में दावा है कि इबुप्रोफेन व पैरासिटामॉल का गर्भावस्था में प्रयोग घातक है। इससे न सिर्फ युवतियों की प्रजनन क्षमता निर्बलहोती है बल्कि अजन्मे बच्चे की फर्टिलिटी पर भी प्रभाव पड़ता है।अध्ययनकर्ता ने बोला कि पेनकिलर के प्रयोग से बच्चे में विकलांगता का खतरा बढ़ जाता है। दूसरी ओर स्त्रियों में जल्द मेनोपॉज का खतरा भी रहता है। दर्द की दवाएं अंडाशय में अंडों का उत्पादन तेजी से करने लगती हैं। जब अंडाशय खाली हो जाता है तो मेनोपॉज का खतरा बढ़ जाता है। तीन में एक महिला लेती है पेनकिलर  ब्रिटेन के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने शोध के बाद बोला कि गर्भवती स्त्रियों को इसका प्रयोग करने से बचना चाहिए। अत्यधिक दर्द होने की स्थिति में  पैरासिटामॉल  ली जा सकती है लेकिन उसके अधिक प्रयोग से बचना चाहिए। अमेरिका में एक अनुमान के मुताबिक गर्भावस्था में तीन में एक महिला दर्द निवारक दवा का प्रयोग करती है। डीएनए पर होता है असर अध्ययन में बताया गया है कि पेनकिलर के बेतहाशा प्रयोग से डीएनए पर मार्क आ जाते हैं

क्या आप भी सफेद बालों से परेशान है ?

आज कल की इस तेज भागती जिंदगी में बाल सफेद सिर्फ बड़े-बूढों के ही नहीं बल्कि 20 से 30 साल के युवाओं के भी होने लगे हैं। बालों का सफेद होना आज बहुत ही आम सी बात हो चुकी है। बालों के सफेद होने का कारण है खान-पान, बालों की ठीक तरह से देखभाल ना हो पाना, प्रदूषण,धूम्रपान, तनाव आदि। अगर आपके बाल भी कम उम्र में ही सफ़ेद हो रहे है, और आप उन सफ़ेद बालों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो जानें ये घरेलू उपाय। 1-  केमिकल हेयर कलर और डाइ से दूर रहें। कई बार इनके इस्तेमाल से कुछ समय के लिए भले ही आपके बाल काले दिखते हों, लेकिन तेजी से बाल सफेद भी हो जाते हैं। 2-  यदि आप भी समय से पहले सफेद होने वाले बालों से परेशान हैं तो हर रोज देशी घी से अपने बालों की मसाज करें। ऐसा करने से सफेद हो रहे बाल कम होने लगेंगे। 3-  अगर आपके घर में तिल का तेल है तो उसे हर रोज बालों में लगाएं। ये बालों को सफेद होने से रोकने के लिए काफी उपयोगी होता है। यदि तिल के तेल को लगाने के साथ उसका सेवन भी करें तो इसका फायदा जल्द ही आपको दिखाई देगा। 4-  कढ़ी पत्ता ना सिर्फ खाने का टेस्ट बढ़ाता है, बल्कि ये बालों के लिए भी काफी लाभ

नीबू को पैरों में लगाने के फायदे जानेंगे आप ?

ये तो सब जानते है, कि निम्बू का इस्तेमाल आमतौर पर निम्बू का अचार बनाने और निम्बू पानी बनाने में किया जाता है. इसके इलावा किसी चीज में खटास पैदा करने के लिए भी निम्बू का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे कि सलाद या दूध से पनीर बनाने के लिए भी निम्बू काफी मददगार होता है. बरहलाल आज तक आपने निम्बू का इस्तेमाल केवल खाने पीने की चीजों में या वजन कम करने के लिए ही किया होगा. मगर क्या आपने कभी अपने पैरो पर निम्बू का इस्तेमाल किया है. जी हां आज हम आपको बताएंगे कि निम्बू को पैरो पर लगाने से आपको क्या क्या फायदा हो सकता है. यक़ीनन इसके बारे में जानने के बाद आप पैरो पर निम्बू का इस्तेमाल किए बिना नहीं रह पाएंगे। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि निम्बू का प्रयोग स्वास्थ्य संबंधी कई दवाईयों को बनाने में भी किया जाता है. वो इसलिए क्यूकि निम्बू के अंदर काफी भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है. जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होता है. बरहलाल ये तो निम्बू के स्वास्थ्य संबंधी कुछ फायदे थे, लेकिन अब हम आपको निम्बू को पैरो पर लगाने के फायदों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे है. 1.  गौरतलब है

सबसे ताकतवर जूस है ये?

गर्मी का समय आ गया है। इस समय ज्यादातर बीमारियां पानी की कमी की वजह से हो रही है। सभी लोग जानकारी के अभाव में अपनी सेहत का ठीक प्रकार से देखभाल नही कर पा रहे है। आज हम बात करेंगे। ऐसे जूस के बारे में जो आपको तुरन्त ताकत प्रदान करेगा। हम जिस जूस की बात कर रहे हैं। वह नीम का जूस है। क्या आपने अपनी जिंदगी में कभी भी इस जूस का सेवन किया है। अगर नहीं किया है। तो आज से जरूर शुरू कीजिये। यह जूस शरीर मे कमजोरी को जड़ से खत्म कर देता है। हड्डियों को मजबूत बनाता है। और खून की मात्रा को दुगुना बढ़ाता है। कोई बी बीमारी अगर शरीर में है, तो इस जूस का सेवन करें बीमारी तुरंत गायब हो जाएगी। इस जूस की खासियत यह है कि जब यह जूस हमारे शरीर में जाता है। तो हमारे शरीर में अचानक से नई ऊर्जा पैदा होती है। जो हमारे मसल्स और खून की मात्रा को बढ़ाता है।

भीगे किशमिश खाने के बहुत फायदे है जाने जरूर ?

हम जानते है सूखे फल इंसानी शरीर और दिमाग के लिए कितने ज्यादा गुणकारी होते है। क्योंकि इनमें पोषक तत्वों को मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है जिस वजह से इनको खाने से काफी लाभ प्राप्त होता है। ऐसा ही एक ड्राई फ्रूट किशमिश भी है जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। अब गर्मी का मौसम आ गया है इसको आपने भिगोकर खाना है। इससे जो फायदे मिलेंगे वो आज हम आपको इस पोस्ट में बताने जा रहे है। आपको 12 से 15 किशमिश लेकर रात को पानी में भिगो देना है और सुबह उठकर खाली पेट इनका सेवन करना है। यदि लगातार 7 दिन ऐसा करते है तो आपको काफी अच्छे परिणाम मिलते है। ऐसा करने से आपको पेट की कोई भी बीमारी नहीं रहती। अगर आपको गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं है तो यह जड़ से समाप्त हो जाती है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक छमता को काफी बढ़ा देते है। जिसके चलते आपका कई तरह की बीमारियों से बचाव रहता है। इसके इलावा यह अंदरूनी ताकत को बढ़ाने में भी मददगार साबित होते है। यदि आप मोटापे के शिकार हो गए है तो इससे आपका वजन भी नियंत्रित होता है।

पुरुषों के लिए सेक्स शक्ति बढ़ाने के लिए नुख्से?

लाइफ केयर:  परुषों में सम्भोग शक्ति कम होने की सबसे बड़ी वजह टेस्टोस्टेरोन की कमी होती है जिसकी कारण आप बेड पर ज्यादा देर तक नहीं टिक पाते हैं और अपने पार्टनर को नाराज़ कर देते हैं| तो आज हम आपको कुछ ऐसी चीज़ों के बारे में बताएँगे जिसके सेवन से आपकी सम्भोग शक्ति बढ़ेगी और आप बेड ज्यादा देर तक टिक भी पाएंगे| सम्भोग शक्ति कम होनी की वजह पुरुषों में अधिक मोटापे के कारण टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स का स्थर कम हो जाता है जिसके कारण पुरुषों में यौनशक्ति भी कम हो जाती है| इसके अलावा शरीर में पोषक तत्व के कारण भी सम्भोग सकती कम हो जाती है या फिर लगातार सम्भोग करने से और शारीरक उत्तेजना में कमी आपने पर भी पुरुषों में यौनशक्ति की कमी आ सकती है| सम्भोग शक्ति कम होने के लक्षण पुरुषों में सम्भोग शक्ति कम होने का लक्षण हमेशा तनावपूर्ण स्थति में रहना होता है और उनके व्यव्हार में चिडचिडापन आ जाना भी सम्भोग शक्ति कम होने का लक्षण होता है| इसके अलावा यदि पुरुष शारीरक रूप से कमोर हो जाते हैं तो यह भी सम्भोग शक्ति कम होने का कारण हो सकता है| सम्भोग शक्ति बढ़ाने के आसान देसी नुस्खे 1. सम्भोग श

जानें सप्ताह में कितनी बार बनाएं संबंध ?

सभी शादी के बाद एक-दूसरे से संबंध बनाते हैं। शादी के बाद संबंध बनाने से ही पति-पत्नी के रिश्ते में प्यार बना रहता है। आमतौर पर शादी के बाद सभी कपल्स बहुत बार संबंध बनाते हैं। लेकिन बहुत ही कम लोगों को यह जानकारी है कि हफ्ते में कितनी बार संबंध बनाना हमारे लिए ठीक रहता है। संबंध बनाने से हमारी सेहत पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। यदि सीमित मात्रा में कुछ भी किया जाता है तो उसके बहुत सारे फायदे होते हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा कुछ भी करने पर वह नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए हफ्ते में कम से कम 2 से 3 बार संबंध बनाना चाहिए। तो आइए जानते हैं कि संबंध बनाने से कौन-से फायदे होते हैं। संबंध बनाने से यह एक प्रकार की एक्सरसाइज की तरह काम करता है क्योंकि संबंध बनाने के दौरान 1 मिनट में लगभग 5 कैलोरी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इस दौरान हमारे शरीर की बहुत सारी मांसपेशियों मैं भी खींचा होता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। संबंध बनाने से दिल का दौरा पड़ने की संभावना भी बहुत हद तक कम हो जाती है। संबंध बनाने से हमारे शरीर की ऊर्जा खपत होती है जिसके कारण हमें नींद भी बहुत अच्छी आती है।

क्या आपको प्रैगनेंसी में बार बार पेसाब आती है ? तो ये है उपाय

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे पेट में गैस का बनना, बार-बार उल्टियाँ आना और बार-बार पेशाब का आना लेकिन इन सब में से सबसे ज्यादा परेशान महिला बार-बार पेशाब आने से हो जाती है| तो आज हम आपको कुछ ऐसी नुस्खे बताने जा रहे हैं जिससे आपको बार बार पेशाब आने की समस्या से निजात मिलेगी| अनार के छिल्कें गर्भवती महिला बार-बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अनार के छिलकों को सुखा ले और उसे अच्छी तरह से पीस लें| अब इस पिसे हुए चूर्ण का सेवन एक ग्लास पानी के साथ करें| इस चूर्ण का सेवन करने से महिलाओं को इस समस्या से निजात मिलती है| केले का मिश्रण इस समस्या से निजात पाने के लिए दो केले लें, विदाकारी का चूर्ण और शताबरी का चूर्ण 2 ग्राम लें| अब इन तीनो को अच्छी तरह से मिलाकर एक ग्लास दूध में मिलाकर इसका सेवन करें| इसका सेवन करने से महिलाओं को इस समस्या से छुटकारा मिला जाएगा| छुआरों का सेवन इस समस्या से निज़ात पाने के लिए महिलाएं भुने चने और गुण का सेवन करें क्यूंकि इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या ठीक हो जाती है और साथ में मूत्राशय क

इस दिन न बनाएं शारिरिक संबंध ?

सनातन धर्म में हर काम के लिए कुछ समय व नियम निर्धारित किये गये हैं| हमारे उपनिषदोंमें दर्ज़ 16 संस्कार इन्ही नियमों का एक भाग है| मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक हर मनुष्य को ये 16 संस्कार करने होते हैं| इनमे सबसे पहला संस्कार गर्भाधान संस्कार होता है| शास्त्रों के अनुसार उत्तम संतान की प्राप्ति के लिए विवाह के पश्चात यह संस्कार किया जाता है| इसमें पति-पत्नी को शारीरिक सम्बंध बनाने के लिए कुछ नियम बताये जाते हैं| इस संस्कार में बताया जाता है कि किस दिन व किस अवस्था में संतान प्राप्ति के लिए सम्बंध बनाना निषेध है| पहला संस्कार है गर्भाधान संस्कार शास्त्रों में गर्भ संस्कार के विषय में बताया गया है कि कैसे पति-पत्नी के सम्बंध बनाने के बाद गर्भ में भूर्ण का विकास होता है और फिर कैसे गर्भ में 9 महीने बच्चे के अंग बनते हैं और किन कारणों से गर्भ में बच्चा किन्नर बन सकता है| शास्त्रों में तो संतान के रूप में लड़का या लड़की प्राप्त करने के लिए पुसवन संस्कार की भी व्याख्या है| तो यहाँ हम बात कर रहे थे सबसे पहले संस्कार गर्भाधान संस्कार की | इसमें बताया गया है कि किस दिन सम्बंध बनाने से मुर्ख

पपीते का पत्ता है बहुत सारे रोगों का अचूक इलाज जाने आप भी ।

प्रकृति में उपस्थित विभिन्न औषधियों के बारे में तो हम सुनते और पढ़ते आ रहे हैं। इन वादियों में इतनी ताकत पाई जाती है, कि यह हमारे सभी रोगों को ठीक कर देती है। हमारे ऋषि मुनि और हमारे पूर्वज सभी हमेशा एकदम स्वस्थ रहते थे। इसका कारण यही था, कि प्रकृति की चीजों में इतनी शक्ति होती थी, कि वह हर एक रोग का इलाज कर देती थी। अगर हमारे ऋषि-मुनियों तथा पूर्वजो को किसी प्रकार का रोग हो जाता था, तो वह लोग स्वयं ही पेड़ों के पत्तों की औषधियों से खुद को ठीक कर लेते थे। परंतु अब जमाना बदल गया है। अब लोग प्राकृतिक चीजों को छोड़कर बाजार में बिक रही केमिस्ट पर मिलने वाली दवाइयों पर ज्यादातर निर्भर रहने लगे, जो कि आसानी से हर किसी को प्राप्त हो जाती है। आज हम आपको ऐसे पत्ते के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसका प्रयोग गर्म पानी के साथ लेने पर आप कभी भी बीमार नहीं होंगे। पपीते के बारे में तो सभी लोग जानते ही होंगे। पपीते के फल खाना बहुत ही ज्यादा लाभदायक होता है, क्योंकि कच्चे पपीते के अंदर पपेन नामक एक पदार्थ पाया जाता हैं, जो कि हमारे लिए बहुत ज्यादा लाभदायक होता हैं। पपीता एक ऐसा फल होता है, जो कि हम